दूसरे चरण में 13 राज्यों की कुल 88 लोकसभा सीटों पर 26 अप्रैल को मतदान होगा। दूसरे चरण में चुनाव मैदान में उतरे 1192 प्रत्याशियों के शपथ पत्रों का एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स और नेशनल इलेक्शन वॉच ने विश्लेषण किया है। 1192 में से 250 (21%) प्रत्याशियों ने अपने ऊपर आपराधिक केस दर्ज होने की बात मानी है।
किसी पर हत्या तो किसी पर दुष्कर्म का मामला
दूसरे चरण के 167 (14%) प्रत्याशियों पर गंभीर आपराधिक मामले हैं। वहीं केरल के तीन प्रत्याशियों पर सबसे अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं। दूसरे चरण के 32 प्रत्याशियों ने अपने ऊपर दोषसिद्ध के मामले की घोषणा की है। तीन प्रत्याशियों पर हत्या और 24 प्रत्याशियों के खिलाफ हत्या के प्रयास के मामले दर्ज हैं।
25 प्रत्याशियों पर महिलाओं से अत्याचार और एक उम्मीदवार पर दुष्कर्म का मामला दर्ज है। इन सबके अलावा 21 प्रत्याशियों पर भड़काऊ भाषण देने के मामले हैं। केरल की वायनाड लोकसभा सीट पर राहुल गांधी के खिलाफ उतरे भाजपा प्रत्याशी के. सुरेंद्रन के ऊपर सबसे अधिक 243 मामले दर्ज हैं।
- 250 प्रत्याशियों पर आपराधिक मामले
- 167 प्रत्याशियों पर गंभीर अपराध के केस
- 21 प्रत्याशियों पर भड़काऊ भाषण के मामले
किस दल के कितने प्रत्याशियों पर आपराधिक केस
कांग्रेस के 68 में से 35 (51%) और भाजपा के 69 में से 31 (45 %) प्रत्याशियों पर आपराधिक केस हैं। सीपीआई के पांच उम्मीदवार हैं। सभी पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। सपा के चार में से चार (100 %), सीपीआई (एम) के 18 में से 14 (78%) शिवसेना के तीन में से दो (67 %), शिवसेना ( उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के चार में से दो (50 प्रतिशत) और जेडीयू के पांच में से दो (40 %) प्रत्याशियों पर आपराधिक केस हैं।
भाजपा के 69 में से 21, कांग्रेस के 68 में से 22, सपा के चार में से दो, सीपीआई के पांच में से तीन, सीपीआई (एम) के 18 में से सात, शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के चार में से एक और जेडीयू के पांच में से एक उम्मीदवार पर गंभीर आपराधिक मामले दर्द हैं।