2000 रुपये के 97.92 फीसदी नोट बैंकिंग प्रणाली में वापस आ गए हैं। हालांकि 7,409 करोड़ रुपये के नोट अब भी जनता के बीच हैं। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने गुरुवार को कहा कि 2000 रुपये के 97.92 प्रतिशत नोट बैंकिंग प्रणाली में वापस आ गए हैं और वापस लिए गए नोटों में से केवल 7,409 करोड़ रुपये ही जनता के पास बचे हैं। 19 मई, 2023 को भारतीय रिजर्व बैंक ने 2000 रुपये मूल्यवर्ग के बैंकनोटों को प्रचलन से वापस लेने की घोषणा की। 19 मई, 2023 को 2000 रुपये के बैंकनोटों को वापस लेने की घोषणा की गई थी, प्रचलन में मौजूद नोटों का कुल मूल्य कारोबार के बंद होने पर 3.56 लाख करोड़ रुपये था। केंद्रीय बैंक के अनुसार 31 जुलाई, 2024 को कारोबार के बंद होने पर घटकर 7,409 करोड़ रुपये हो गया। केंद्रीय बैंक ने गुरुवार को जारी एक बयान में कहा, “19 मई, 2023 तक प्रचलन में 2000 रुपये के 97.92 प्रतिशत बैंकनोटों को वापस कर दिया गया है।”
2000 रुपये के बैंकनोटों को जमा करने और/या बदलने की सुविधा 7 अक्टूबर, 2023 तक देश की सभी बैंक शाखाओं में उपलब्ध थी। फिलहाल 2000 रुपये के बैंकनोटों को बदलने की सुविधा 19 मई, 2023 से रिज़र्व बैंक के 19 निर्गम कार्यालयों में उपलब्ध है। 9 अक्टूबर, 2023 से, आरबीआई के इश्यू कार्यालय भी व्यक्तियों और संस्थाओं से उनके बैंक खातों में जमा करने के लिए 2000 रुपये के बैंकनोट स्वीकार कर रहे हैं। इसके अलावा, लोग देश के भीतर किसी भी डाकघर से इंडिया पोस्ट के माध्यम से 2000 रुपये के बैंक नोट अपने बैंक खातों में जमा करने के लिए आरबीआई के किसी भी कार्यालय में भेज सकते हैं। इन नोटों को जमा करने या बदलने वाले 19 आरबीआई कार्यालय अहमदाबाद, बेंगलुरु, बेलापुर, भोपाल, भुवनेश्वर, चंडीगढ़, चेन्नई, गुवाहाटी, हैदराबाद, जयपुर, जम्मू, कानपुर, कोलकाता, लखनऊ, मुंबई, नागपुर, नई दिल्ली, पटना और तिरुवनंतपुरम में हैं। 2000 रुपये के बैंक नोट नवंबर 2016 में उस समय चलन में रहे 1000 रुपये और 500 रुपये के नोटों को बंद करने के बाद बाजार में उतारे गए थे।