हरियाणा विधानसभा चुनाव के प्रचार में सभी दलों के उम्मीदवार आखिरी समय तक मतदाताओं को रिझाने की कोशिश में जुटे हैं। इसके साथ ही चुनाव आयोग ने भी मतदान प्रक्रिया को सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए व्यापक तैयारियां की हैं। सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है।
भिवानी की दुर्दशा के लिए भाजपा जिम्मेदार : इंदु
भिवानी से आम आदमी पार्टी (आप) की प्रत्याशी इंदू शर्मा ने कहा कि भिवानी शहर की दुर्दशा के लिए भाजपा के स्थानीय विधायक जिम्मेदार हैं। विधायक ने पिछले 15 साल में भिवानी की आवाज को एक बार भी विधानसभा में नहीं उठाया लेकिन वे भिवानी की जनता से वादा करती हैं कि अगर आशीर्वाद देकर उनको विधानसभा में भेजा तो वे क्षेत्र में विकास की गंगा बहेगी।
उन्होंने लोगों से अपील की कि भिवानी शहर के विकास के लिए पांच अक्तूबर को झाडू वाला बटन दबाकर आप को वोट दें। आपका एक वोट क्षेत्र की तस्वीर और तकदीर बदलने का काम करेगा।
विधानसभा क्षेत्र में नहीं रह सकेगा बाहरी व्यक्ति अथवा प्रचारक : जिलाधीश
भिवानी जिला मजिस्ट्रेट महावीर कौशिक ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता के तहत प्रदत शक्तियों का प्रयोग करते हुए मतदान समाप्ति के 48 घंटे के दौरान गैर कानूनी सभाएं व सार्वजनिक बैठक आयोजित करने पर प्रतिबंध लगा दिया है। इस समय अवधि के दौरान भिवानी जिला के क्षेत्राधिकार में किसी भी प्रकार के वाहनों पर या किसी अन्य तरीके से लगे लाउडस्पीकर के प्रयोग की अनुमति नहीं दी जाएगी।
राज्यसभा सदस्य संजय सिंह आज हांसी में राजेंद्र सोरखी के समर्थन में निकालेंगे रोड शो
राजेंद्र सोरखी ने बताया कि पिछले 42 सालों से दो परिवारों ने हांसी की जनता को लूटने का काम किया है। अबकी बार फिर से इन दोनों परिवारों के लोग जनता को भ्रामक कर लूटने की फिराक में है। इन लोगों ने लोगों के हित में काम करने के बजाय अपने हित के लिए काम किया है। परंतु अब जनता इन लोगों के झूठे प्रचार में आने वाली नहीं है। जनता ने प्रदेश में ईमानदार सरकार बनाने का मन बना लिया है। निश्चित तौर पर प्रदेश में आप पार्टी की ईमानदार सरकार बनने जा रही है। राजेंद्र सोरखी ने बताया कि हांसी हलका मेरा घर है। हलके का भाईचारा ही हांसी की दशा और दिशा बदलने का काम करेगा।
प्रचार के आखिरी दिन आज सावित्री जिंदल का 5 घंटे लंबा निकलेगा रोड शो
हिसार विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी सावित्री जिंदल वीरवार को करीब पांच घंटे तक शहर में रोड शो करेंगी। बुधवार को जजपा के पूर्व प्रधान जयपाल बांडाहेड़ी, पूर्व पार्षद चंद्रपति ढांडा, जाट सेवा संघ, अंतरराष्ट्रीय महिला फुटबाल खिलाड़ियों और श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा ने समर्थन देते हुए 5 अक्तूबर को बैटरी टॉर्च के सामने का बटन दबाकर सावित्री जिंदल को विजयी बनाने एलान किया।
रोड शो का न्योता देते हुए अपने संदेश में सावित्री जिंदल ने कहा, हिसार परिवार से निरंतर मिल रहे समर्थन और सहयोग से मैं बहुत ही अभिभूत हैं। आप लोगों का विश्वास ही मेरी शक्ति है। रोड शो के माध्यम से आपसे पुनः समर्थन और सहयोग की अपील कर रही हूं। रोड शो कल दोपहर 12 बजे जेएसएल से शुरू होकर ओपी जिंदल मिलगेट पार्क के पास 5 बजे शाम को समाप्त होगा।
रोड शो में हम सब लोग अनुशासन बनाए रखें। हम यह भी सुनिश्चित करें कि हमारे इस रोड शो से हिसार परिवार को कोई परेशानी न हो। सावित्री जिंदल को सेक्टर 9-11, वाल्मीकि चौक, बैंक कॉलोनी, पुरानी ऑटो मार्केट, सेक्टर-14, हरिनगर, श्याम विहार, ऋषि नगर, टिब्बा दानाशेर में जनसंपर्क के दौरान भारी जनसमर्थन मिला। सावित्री जिंदल ने बुधवार को महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री को नमन किया।
अंबाला छावनी से ग्राउंड रिपोर्ट
अंबाला छावनी से भाजपा प्रत्याशी अनिल विज और कांग्रेस प्रत्याशी परविंदर सिंह परी की राह में निर्दलीय प्रत्याशी चित्रा सरवारा रोड़ा बनी हुई हैं। चित्रा दोनों को कड़ी टक्कर देते हुए मुकाबले को त्रिकोना बना रही हैं। दरअसल, चित्रा कांग्रेस से टिकट न मिलने पर बागी होकर मैदान में हैं। उनके पिता पूर्व मंत्री निर्मल सिंह अंबाला सिटी सीट से बताैर कांग्रेस प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं।
छावनी सीट पर छह बार के विधायक व पूर्व गृहमंत्री अनिल विज भाजपा के कद्दावर नेता माने जाते हैं। हुड्डा खेमे से इस सीट को छीनकर सांसद कुमारी सैलजा ने यहां से परविंदर सिंह परी को टिकट दिलवाया है। इसी के चलते कांग्रेस यहां खेमों में बंटकर चुनाव लड़ रही है। इसका फायदा विज को मिल सकता है। दूसरी ओर चित्रा ने वर्ष 2019 का चुनाव भी कांग्रेस से बागी होकर ही लड़ा था और विज को कड़ी टक्कर देते हुए दूसरे स्थान पर रही थी।
जातीय समीकरणों की बात करें तो छावनी सीट पर पंजाबियों और बनियों का दबदबा है। एससी वोटर भी यहां ठीक-ठाक हैं। इन समीकरणों का ज्यादा लाभ पंजाबी प्रत्याशी अनिल विज को मिल सकता है। चित्रा जाट बिरादरी से ताल्लुक रखती है। हालांकि यहां जाट मतदाताओं की संख्या कम है मगर अन्य बिरादरियों में भी चित्रा की अच्छी पैठ दिख रही है। चूंकि किसान अंबाला-पटियाला बाॅर्डर पर बैठे हैं, इसलिए किसान बिरादरी की नाराजगी भाजपा प्रत्याशी को झेलनी पड़ सकती है।