कनाडा में खालिस्तान समर्थक नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद, भारत और कनाडा के बीच बढ़ते राजनयिक तनाव ने पंजाब में बीजेपी और कांग्रेस को एक साथ आने की दिशा में बदल दिया है। यह बदलाव विशेष रूप से वजह से हो रहा है क्योंकि कनाडा में पंजाबी मूल की 2.6 प्रतिशत आबादी होने के कारण पंजाब का कनेक्शन कनाडा के साथ बेहद मजबूत है।
पंजाब भाजपा के अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने कहा कि कनाडा सरकार ने अलगाववादियों के समर्थन में अपनी विदेश नीति को गिरवी रख दिया है और भारत सरकार वीजा सेवाओं को निलंबित करने की चेतावनी दी है। इसके साथ ही, पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य अमरिन्दर सिंह ने कहा कि कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो वोट बैंक की राजनीति के चलते जाल में फंसे हैं और भारत-कनाडा राजनयिक संबंधों को खतरे में डाल दिया है।
कांग्रेस भी कनाडा सरकार के खिलाफ है और केंद्र सरकार की कार्रवाई का समर्थन कर रही है। कांग्रेस सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा कि कनाडा सरकार खालिस्तान समर्थकों को पनाह दे रही है और इसके खिलाफ उनका सरकार से विरोध है।
अकाली दल इस मामले पर अपना अलग रुख दिखा रही है और कनाडा में रहने वाले लोगों की चिंताओं पर ध्यान केंद्रित कर रही है। यह मुद्दा न केवल भाजपा और कांग्रेस के लिए, बल्कि पंजाब के लोगों के लिए भी महत्वपूर्ण है।
इस तरह, कनाडा से बढ़ते राजनयिक तनाव ने पंजाब में राजनयिक दलों को एक साथ आने की दिशा में बदल दिया है, और इसे देखकर लगता है कि यह मुद्दा अब और भी गहरा हो सकता है।