पाकिस्तान एक असफल राष्ट्र है, आतंकवाद का मुख्य वाहक: डॉ. ताहिर चौधरी

भाजपा प्रवक्ता डॉ. ताहिर चौधरी ने वैश्विक आतंकवाद में पाकिस्तान की भूमिका की कड़ी आलोचना की है और पाकिस्तान को एक “विफल राष्ट्र” तथा क्षेत्र में आतंकवाद का मुख्य वाहक बताया है। डॉ. ताहिर चौधरी, भाजपा मीडिया प्रभारी डॉ. प्रदीप महोत्रा तथा भाजपा नेता सुरिंदर सिंह गिली के साथ जम्मू के त्रिकुटा नगर स्थित पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उनकी यह टिप्पणी बलूचिस्तान में बलूच विद्रोहियों द्वारा हाल ही में जाफर एक्सप्रेस के अपहरण के बाद आई है। इस हमले में कम से कम 27 आतंकवादी मारे गए तथा 37 यात्री घायल हो गए। डॉ. चौधरी ने हमले की निंदा करते हुए कहा कि पाकिस्तान अपनी सीमाओं के भीतर विद्रोही समूहों को नियंत्रित करने में असमर्थ है, जिससे क्षेत्र में अस्थिरता बढ़ी है। उन्होंने कहा, “पाकिस्तान आतंकवादी संगठनों के लिए प्रजनन स्थल बना हुआ है, जो न केवल अपने नागरिकों के लिए खतरा है, बल्कि पड़ोसी क्षेत्रों के लोगों के जीवन को भी खतरे में डालता है।” बलूचिस्तान में चल रहे विद्रोह का जिक्र करते हुए, जहां बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) जैसे समूहों ने पाकिस्तानी सैन्य और नागरिक बुनियादी ढांचे को निशाना बनाया है, डॉ. चौधरी ने बताया कि इन विद्रोहियों से निपटने में पाकिस्तान की विफलता शासन और जवाबदेही की कमी को दर्शाती है। उन्होंने कहा, “पाकिस्तान आतंकवादियों के लिए एक सुरक्षित पनाहगाह बन गया है और अब सीमा पार आतंकवाद का केंद्र बन गया है।” भाजपा नेता ने घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों मोर्चों पर हमले करने वाले समूहों को पनाह देने के लिए पाकिस्तानी राज्य की भी आलोचना की, इस बात पर जोर दिया कि यह जम्मू और कश्मीर सहित क्षेत्र में हिंसा को कैसे बढ़ावा देता है। डॉ. चौधरी ने दोहराया कि भारत आतंकवाद के खिलाफ मजबूती से खड़ा है और ऐसी गतिविधियों को समर्थन देने में पाकिस्तान की भूमिका को उजागर करना जारी रखेगा। डॉ. चौधरी ने कहा, “अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को यह पहचानना चाहिए कि पाकिस्तान न केवल आतंकवाद का शिकार है, बल्कि इसका अपराधी भी है। पाकिस्तान से निकलने वाले राज्य प्रायोजित आतंकवाद को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।” उन्होंने आतंकवाद को बढ़ावा देने में पाकिस्तान की मिलीभगत को संबोधित करने के लिए एक एकीकृत वैश्विक दृष्टिकोण का आह्वान किया। डॉ. प्रदीप महोत्रा ने मौजूदा अशांति और अपने लोगों के जीवन पर खतरे के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया, क्योंकि उसने “आतंकवाद को अपनी राज्य नीति के रूप में अपनाया है।” उन्होंने कहा कि जब तक पड़ोसी देश अपनी धरती से आतंकवादी गतिविधियों को बंद करने के लिए सख्त कदम नहीं उठाता और ‘लोक कल्याणकारी नीतियां’ नहीं अपनाता, तब तक उसके अपने लोगों की स्थिति दयनीय और कमजोर बनी रहेगी। डॉ. प्रदीप ने पाकिस्तान के मौजूदा हालात को व्यक्त करते हुए कहा, “दूसरों का घर जलाने निकले थे, अपना जला बैठे थे।”