ईडी ने गुरुवार को पूर्व मंत्री भारत भूषण आशू को जालंधर कार्यालय में तलब किया। आशू कार्यालय पहुंच गए हैं, जहां अधिकारी उनसे पूछताछ कर रहे हैं। ईडी को सर्च के दौरान करीब डेढ़ करोड़ के सरकारी मूल्य की पांच प्रॉपर्टी की जानकारी मिली थी। पिछले साल छापेमारी के दौरान जांच एजेंसी को ऐसी संभावना दिख रही है कि घोटाला के पैसों के द्वारा इन प्रॉपर्टी को खरीदा गया था। जांच एजेंसी ने सर्च के दौरान मिले करीब 30 लाख रुपये को भी जब्त करके आगे की तफ्तीश शुरू की थी। आशु के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत कार्रवाई की जा रही है। पूर्व मंत्री भारत भूषण आशू के पास जब फूड और सिविल सप्लायर मंत्रालय था उसी दौरान करीब दो हजार करोड़ रुपये के टेंडर में घोटाले का उन पर आरोप लगा था। पंजाब की मंडियों में लेबर और ट्रांसपोर्टेशन के टेंडर में काफी बड़े स्तर पर गड़बड़ी की गई थी। इस मामले में तफ्तीश के दौरान ये जानकारी भी सामने आई है कि ट्रांसपोर्टिंग और सप्लाई के नाम पर काफी फर्जी वाहनों के नाम और उसके नाम का दुरुपयोग किया गया था। इसकी जांच पंजाब पुलिस की विजिलेंस ब्यूरो की टीम कर रही थी। उसी मामले को आधार बनाते हुए केन्द्रीय जांच एजेंसी ईडी ने इस केस के टेकओवर कर लिया और इस मामले की तफ्तीश के दौरान कई आरोपियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन के दौरान काफी महत्वपूर्ण सबूतों को इकट्ठा किया गया था। केस को आगे बढ़ाते हुए आशु को बुलाया गया है।