बहू को घर से निकाला तो सामने आया ससुर का फर्जीवाड़ा, सरकारी नौकरी का इस तरह ले रहा था लाभ

असली जन्म तिथि छुपाकर फर्जी प्रमाण पत्र के सहारे केंद्रीय विद्यालय में नौकरी कर रहे एक कर्मचारी के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। थाना एसजीएम नगर में एसजीएम नगर में रहने वाले सुभाष चंद सारस्वत ने दी शिकायत में बताया कि सैनिक विहार कॉलोनी के रहने वाला तालेवर सिंह उनके समधी हैं। उन्होंने अपनी बेटी भावना की शादी तालेवर सिंह के बेटे चंद्रप्रकाश के साथ 2017 में की थी। आरोप है कि बेटी के ससुराल वाले बेटी को परेशान करते थे। मारपीट करते थे। दो साल बाद बेटी को कोई संतान नहीं हुई। उसके ससुराल वालों ने 2019 में बेटी को घर से निकाल दिया। तब से बेटी उनके पास रह रही है।

देता था धमकी

सुभाष के अनुसार, बेटी व उनसे कई बार तालेवर ने धमकी देते हुए कहा था कि वह केंद्र की सरकारी नौकरी जाली दस्तावेज के सहारे कर रहा है, उसका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सका। इसके बाद उन्होंने अपने स्तर पर पता किया तो नौकरी के लिए उम्र के दस्तावेज फर्जी पाए गए। उन्होंने बताया कि तालेवर एक दिसंबर 1987 को केंद्रीय विद्यालय संगठन में चतुर्थ श्रेणी के पद पर लगा था। फिलहाल वह केंद्रीय विद्यालय नंबर एक, एनएच चार में लैब सहायक है। आरोप है कि तालेवर सिंह ने फर्जी दस्तावेज के आधार पर पर अपनी जन्म तिथि 15 अगस्त 1968 करा ली, जबकि हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट एजुकेशन बोर्ड, इलाहाबाद उत्तर प्रदेश द्वारा जारी उनके शैक्षणिक प्रमाण पत्र में उनकी जन्म तिथि 15 अगस्त 1962 दर्ज है।तालेवर सिंह ने कक्षा 9वीं का फर्जी प्रमाण बनवाया था, जिसमें उम्र में गड़बड़ी की गई। वह अपनी सही जन्मतिथि के हिसाब से दो साल पहले सेवानिवृत्त हो जाता। लेकिन फर्जीवाड़े के चक्कर में सरकारी राजस्व का भी नुकसान हुआ। इस मामले की शिकायत पुलिस को दी गई। एसीपी एनआईटी ने जांच कराई। इसके बाद अब मामला दर्ज हुआ है।