बिहार को मिली नयी वंदे भारत एक्सप्रेस, नयी रेल लाइन की सौगात

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को बिहार को एक और वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की सौगात दी। उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पाटलिपुत्र और गोरखपुर के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इसके साथ ही वैशाली (बिहार) से देवरिया (उत्तर प्रदेश) तक 29 किलोमीटर लंबी नई रेल लाइन और एक नई ट्रेन सेवा का भी उद्घाटन किया।

इस अवसर पर सीवान में आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, बिहार सरकार के मंत्री नितिन नवीन और पाटलिपुत्र के पूर्व सांसद रामकृपाल यादव मौजूद थे। हालांकि, पाटलिपुत्र की वर्तमान सांसद मीसा भारती इस समारोह में शामिल नहीं हुईं।

रविशंकर प्रसाद ने कहा, “बिहार का विकास प्रधानमंत्री के दिल में बसता है। जब भी वे बिहार आते हैं, राज्य को हजारों करोड़ की विकास योजनाएं मिलती हैं। यह वंदे भारत ट्रेन उसी का एक उदाहरण है।”

पाटलिपुत्र और गोरखपुर के बीच चलने वाली यह वंदे भारत एक्सप्रेस देश में इस श्रृंखला की 71वीं ट्रेन सेवा है। यह गाड़ी 384 किलोमीटर की दूरी महज सात घंटे में तय करेगी। ट्रेन गोरखपुर से सुबह 5:40 बजे चलकर दोपहर 12:45 बजे पाटलिपुत्र पहुंचेगी और वापसी में दोपहर 3:30 बजे रवाना होकर रात 10:30 बजे गोरखपुर पहुंचेगी। यह सेवा सप्ताह में छह दिन चलेगी, जबकि शनिवार को इसका रखरखाव होगा।

ट्रेन के मार्ग में गोरखपुर, कप्तानगंज, पनियहवा (उ.प्र.) और बगहा, नरकटियागंज, बेतिया, सगौली, बापूधाम मोतिहारी, मुजफ्फरपुर, हाजीपुर और पाटलिपुत्र (बिहार) स्टेशन पर ठहराव होगा। इससे चंपारण, वैशाली और कुशीनगर जैसे ऐतिहासिक व पर्यटन स्थलों तक पहुंच और अधिक सुगम होगी।

आठ कोच वाली इस अत्याधुनिक वंदे भारत ट्रेन में सभी डिब्बे वातानुकूलित हैं, जिनमें ऑटोमैटिक दरवाजे, जीपीएस आधारित सूचना स्क्रीन, सीसीटीवी कैमरे, बायो टॉयलेट, ऑनबोर्ड भोजन एवं पेयजल की सुविधाएं मौजूद हैं। ट्रेन तेज़ रफ्तार के साथ कम समय में गंतव्य तक पहुंचने की सुविधा देती है, जिससे यात्रियों को आरामदायक और सुरक्षित यात्रा का अनुभव मिलता है।

उत्तर प्रदेश में अब तक 15 और बिहार में 13 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें संचालित हो रही हैं। पूरे देश में 70 से अधिक वंदे भारत सेवाएं शुरू हो चुकी हैं, जो 24 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 330 जिलों को जोड़ती हैं। जल्द ही वंदे भारत का स्लीपर संस्करण भी यात्रियों के लिए उपलब्ध होगा।