भाजपा का पिछड़ा कार्ड… बाहरियों को मौका, हारे मोहरों पर भी दांव; इस समाज को सबसे अधिक टिकट

लोकसभा चुनाव में भाजपा ने पहली सूची में यूपी में 51 प्रत्याशी घोषित किए हैं। वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लखनऊ से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और अमेठी से केंद्रीय महिला एवं बाल कल्याण मंत्री स्मृति जूबिन इरानी लगातार तीसरी बार चुनाव लड़ेंगी। पार्टी ने 2019 में हारी हुई 14 सीटों में से सात पर प्रत्याशी उतारे हैं। इनमें से चार पर नए चेहरों को मौका दिया गया है।

मोदी सरकार 2.0 में यूपी से प्रधानमंत्री व भाजपा के 10 मंत्रियों सहित 44 मौजूदा सांसदों को फिर मैदान में उतारा गया है। मोदी सरकार 2.0 में यूपी से 15 मंत्री हैं। इनमें से मोदी, राजनाथ, स्मृति इरानी, महेंद्रनाथ पांडेय, पंकज चौधरी, एसपी सिंह बघेल, कौशल किशोर, साध्वी निरंजन ज्योति, भानु प्रताप वर्मा, अजय मिश्रा टेनी और संजीव बालियान को फिर मौका दिया गया है।
केंद्रीय राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह की सीट गाजियाबाद पर और अपना दल एस की अनुप्रिया पटेल की मिर्जापुर सीट पर फिलहाल निर्णय नहीं हुआ है। वहीं, केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी और बीएल वर्मा यूपी से ही राज्यसभा सदस्य हैं।

बाहरियों को भी मौका
भाजपा ने हाल ही में बसपा से आए अंबेडकरनगर के सांसद रितेश पांडेय को इसी सीट से प्रत्याशी बना दिया है। महाराष्ट्र में कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे कृपाशंकर सिंह को जौनपुर से टिकट दिया गया है।

5 महिलाओं को मौका
भाजपा ने पहली सूची में पांच महिलाओं को टिकट दिया है। इनमें स्मृति, साध्वी निरंजन ज्योति, हेमा मालिनी, रेखा वर्मा व नीलम सोनकर शामिल हैं।

हारे मोहरों पर भी दांव
भाजपा ने 2019 में हारी हुई 14 सीटों में से 7 सीट पर प्रत्याशी घोषित किए हैं। अमरोहा में कुंवर सिंह तंवर, संभल में परमेश्वर लाल सैनी, लालगंज में नीलम सोनकर पर फिर भरोसा जताया है। जबकि नगीना से ओमकुमार, श्रावस्ती से साकेत, अंबेडकरनगर से रितेश, जौनपुर से कृपाशंकर को नए चेहरे के रूप में उतारा है।