भारतीय हॉकी टीम 44 साल बाद फाइनल में पहुंचने उतरेगी; नीरज पर भी रहेंगी नजरें

पेरिस ओलंपिक में सोमवार का दिन भारत के नजरिये से कुछ खास नहीं रहा। भारत दो पदक जीतते-जीतते रह गया। निशानेबाजी में स्कीट मिश्रित टीम स्पर्धा में महेश्वरी और अनंत नारूका की जोड़ी कांस्य पदक मैच में चीन से एक अंक से हार गई। वहीं, बैडमिंटन में लक्ष्य सेन मलयेशिया के ली जी जिया से हारकर कांस्य पदक जीतने से चूक गए। लक्ष्य ने पहला गेम जीता था और फिर अगले दो गेम में हार गए थे। अब 11वें दिन भारत के नीरज चोपड़ा अपने अभियान की शुरुआत करेंगे। वह जेवलिन थ्रो में क्वालिफिकेशन मैच में उतरेंगे। नीरज टोक्यो ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता हैं। उनसे काफी उम्मीदें हैं। इसके अलावा भारतीय पुरुष हॉकी टीम भी सेमीफाइनल मैच में उतरेगी। उनका सामना तीन बार के ओलंपिक चैंपियन जर्मनी से है। भारतीय टीम 1980 ओलंपिक के बाद पहली बार फाइनल में पहुंचने और पदक पक्का करने उतरेगी।

भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने क्वार्टर फाइनल में 80 प्रतिशत मैच 10 खिलाड़ियों से खेलते हुए जीत हासिल की थी। मैच पेनल्टी शूटआउट में पहुंचा था और भारत ने ब्रिटेन को 4-2 से हराया था। पिछले यानी टोक्यो ओलंपिक में भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने कांस्य जीता था। अब टीम इंडिया इसका रंग बदलना चाहेगी। कल वह अहम दिन है, जब तय होगा कि भारत के पदक का रंग क्या हो सकता है। सेमीफाइनल में हारने पर भारत को कांस्य पदक के लिए खेलना होगा। वहीं, भारतीय महिला टेबल टेनिस टीम के क्वार्टर फाइनल में पहुंचकर इतिहास रचने के बाद अब बारी भारतीय पुरुष टेबल टेनिस टीम की है। शरत कमल, हरमीत और मानव एकल मुकाबलों में मिली हार को भुलाकर एक नई शुरुआत करना चाहेंगे। भारत का पेरिस ओलंपिक में प्रतियोगिताओं के 11वें दिन मंगलवार का कार्यक्रम इस प्रकार है..