बता दें कि असम राइफल्स ने राइफल्स ने मणिपुर पुलिस के साथ एक संयुक्त तलाशी अभियान में बड़ी हिंसा की साजिश का भंडाफोड़ किया है। नोनी जिले के कोबुरु रिज में बड़ी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किए गए हैं।
इनपुट के आधार पर असम राइफल्स और मणिपुर पुलिस की एक संयुक्त टीम ने बीते दिन एक संयुक्त तलाशी अभियान शुरू किया था, जिसमें ये भंडाफोड़ हुआ।
6 दिसंबर को भी असम राइफल्स ने सीमा सुरक्षा बल, भारतीय रिजर्व बटालियन और चुराचांदपुर पुलिस के साथ एक संयुक्त घेराबंदी और तलाशी अभियान में चुराचांदपुर जिले के डी हाओलेनजांग गांव के बाहरी इलाके में हथियार और युद्ध जैसे भंडार बरामद किए गए थे।
साथ ही इससे पहले इस महीने की शुरुआत में सुप्रीम कोर्ट ने मणिपुर सरकार से जातीय हिंसा में नष्ट हुए पूजा स्थलों को बहाल करने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में अदालत द्वारा नियुक्त समिति को विवरण देने को कहा।
बता दें कि मणिपुर में कुकी और मैतेई समुदायों से जुड़ी हिंसा 3 मई को ऑल ट्राइबल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ मणिपुर (एटीएसयूएम) की एक रैली के बाद भड़की थी। हिंसा और दंगे जारी रहने और कई लोगों की जान जाने के कारण, केंद्र को शांति बहाल करने के लिए अर्धसैनिक बलों को तैनात करना पड़ा था।