महुआ मोइत्रा घूसकांड मामला: एथिक्स कमेटी की बैठक जारी, जानें पूरा मामला

महुआ मोइत्रा घूसकांड मामला: एथिक्स कमेटी की बैठक जारी, जानें पूरा मामला
महुआ मोइत्रा घूसकांड मामला: एथिक्स कमेटी की बैठक जारी, जानें पूरा मामला

महुआ मोइत्रा के घूसकांड के मामले में लोकसभा की एथिक्स कमेटी ने आज एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई है। इस बैठक के अध्यक्ष विनोद सोनकर ने आज सुबह इस जांच शुरु हो गई है। महुआ मोइत्रा को लेकर उठाए गए गंभीर आरोपों की जांच के लिए यह बैठक बुलाई गई है। एथिक्स कमेटी ने इस मामले में टीएमसी की सांसद जय अनंत देहाद्राई से पूछताछ शुरु कर दी है। इस मामले में जवाबी कदम उठाने के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने TMC से जवाब मांगा है। हालांकि, TMC की ओर से इस मामले पर अभी तक कोई टिप्पणी नहीं आई है।

महुआ मोइत्रा के घूसकांड मामले में तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने कुछ दिन पहले महुआ मोइत्रा से इस मुद्दे को लेकर सवाल उठाया था। पार्टी के वरिष्ठ नेता डेरेक ओ ब्रायन ने इस मामले को लेकर यह कहा कि वे महुआ से इस पर सवाल पूछ चुके हैं और पार्टी इस मामले के मामले में संसद की एथिक्स कमेटी की सुनवाई के बाद ही कोई फैसला करेगी। आज हुई एथिक्स कमेटी की पहली बैठक से पहले, बीजेपी के नेता निशिकांत दुबे ने एक ट्वीट के माध्यम से तंज कसते हुए कहा है कि “बकरे की अम्मा कब तक खैर मनाएगी”. उन्होंने इस ट्वीट के माध्यम से संकेत दिया कि लोकपाल की कार्रवाई शुरू हो चुकी है। इस बैठक में बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे और वकील अनंत देहाद्रई अपेन बयान दे सकते हैं.

महुआ मोइत्रा पर लगे आरोप

संसद में सवाल पूछने के लिए बिजनेसमैन दर्शन हीरानंदानी से 2 करोड़ रुपये नकद लेने का आरोप महुआ मोइत्रा पर लगाया गया है। इस मामले में बीजेपी के सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर जांच की मांग की है। निशिकांत दुबे ने कहा है कि महुआ मोइत्रा ने दर्शन हीरानंदानी से रिश्वत ली और उन्हें अपने संसद लॉगिन क्रेडेंशियल भी दिए।

महुआ ने निशिकांत पर किया पलटवार

टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने केंद्रीय मंत्री के एक पत्र को “हास्यपद” कहा है, जिससे एक नई विवाद की आशंका है। महुआ मोइत्रा ने ट्विटर पर केंद्रीय मंत्री के पत्र का खुलासा किया और उसे “हास्यपद” कहा। उन्होंने अपने ट्वीट में यह भी लिखा है कि वह इंतजार कर रही हैं कि निशिकांत दुबे के कथित तौर पर एयरपोर्ट के ATC (वायुपथ नियंत्रक) के रूप में अवैध रूप से घुसने के मामले में कब जांच होगी।