रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) की टीम इस वक्त चर्चा में है। टीम ने 18 सत्रों के खिताबी सूखे को खत्म किया। आरसीबी की टीम पहली बार चैंपियन बनी, लेकिन बंगलूरू पहुंचकर उनका जश्न मातम में बदल गया। बंगलूरू में चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर जश्न के दौरान फैंस की भीड़ में भगदड़ मच गई और उसमें 11 लोग जान गंवा बैठे। इसके अलावा 50 से ज्यादा लोग घायल भी हुए। 2008 से आरसीबी की टीम लीग का हिस्सा है, लेकिन 18वें सत्र में जाकर पहली बार चैंपियन बन पाई। इस दौरान कई स्टार खिलाड़ी आए और गए, लेकिन 18 सत्रों से एक खिलाड़ी जो टीम में बना रहा, वह हैं विराट कोहली। टीम की जीत के बाद फैंस ने भगोड़े विजय माल्या को भी याद किया, जो इस फ्रेंचाइजी का पहला मालिक भी है।
माल्या भारत में एक वांछित भगोड़ा बना हुआ है। हालांकि, उसने राज शमानी के साथ एक पॉडकास्ट में हिस्सा लिया और खुलासा किया कि उसने मुंबई इंडियंस सहित कुल तीन फ्रेंचाइजी के लिए बोली लगाई थी। हालांकि, माल्या मुंबई को खरीद नहीं पाया, क्योंकि मुकेश अंबानी ने सबसे ज्यादा कीमत लगाई थी। एमआई को सबसे कम मार्जिन से खोने के बाद, माल्या ने अंततः आरसीबी को 112 मिलियन अमेरिकी डॉलर (तब) की राशि चुकाकर खरीदा था। उस वक्त यानी 2008 में 112 मिलियन यूएस डॉलर की वैल्यू 600-700 करोड़ रुपये थी। माल्या ने कहा कि आरसीबी को खरीदने के पीछे उसका एकमात्र उद्देश्य अपने व्हिस्की ब्रांड ‘रॉयल चैलेंज’ को बढ़ावा देना था। इसके पीछे कोई क्रिकेट प्रेम नहीं था।
माल्या ने पॉडकास्ट में कहा, ‘ललित मोदी ने इस लीग को लेकर बीसीसीआई समिति के सामने जो पिच की थी, मैं उससे काफी प्रभावित हुआ था। उन्होंने एक दिन मुझे बुलाया और कहा कि ठीक है टीमों की नीलामी होने जा रही है। क्या आप इसमें से कोई टीम खरीदने में दिलचस्पी रखते हैं? इसलिए मैंने तीन फ्रेंचाइजी में दिलचस्पी दिखाई और बोली लगाई और मैं बहुत कम अंतर से मुंबई फ्रेंचाइजी नहीं खरीद सका।’