मुख्य समाचार: अडानी-हिंडनबर्ग मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में टली

आज सुप्रीम कोर्ट में अडानी-हिंडनबर्ग मामले की सुनवाई टल गई है, जिससे वित्तीय बाजार में दिनदहाड़े गिरावट देखने को मिली है. सुप्रीम कोर्ट में अडानी-हिंडनबर्ग मामले की सुनवाई अब 20 अक्टूबर 2023 को होगी, जैसा कि सूत्रों के मुताबिक जानकारी मिली है. इस मामले में सुप्रीम कोर्ट को मार्केट रेगुलेटर सेबी की जांच रिपोर्ट पेश करने का आदेश था, जिसके बारे में उम्मीदवारों के बीच महत्वपूर्ण विचारविमर्श चल रहा था. सेबी द्वारा दायर रिपोर्ट पर विचार करने का काम था, और इसके नतीजे के आधार पर मामले की आगे की प्रक्रिया तय की जाएगी. 24 जनवरी 2023 को हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट में अडानी समूह के ऊपर गंभीर आरोप लगाए गए थे.इसके परिणामस्वरूप, अडानी समूह के शेयरों में तेजी से गिरावट आई थी. सुप्रीम कोर्ट ने 2 मार्च 2023 को इस मामले की जांच करने के लिए एक एक्सपर्ट कमिटी का गठन किया था. इसके बाद, छोटे निवेशकों के हितों की रक्षा के लिए सेबी के मौजूदा रेग्युलेटरी मैकेनिज्म की समीक्षा की जानी थी. अडानी समूह के सभी 10 लिस्टेड शेयरों में आज गिरावट का लाल निशान हावी है, जो वित्तीय बाजार में उथल-पुथल मचा रहा है. इस मामले के चरम निष्पादन की बजाय, अडानी-हिंडनबर्ग मामले की दिनदहाड़े सुनवाई टलने से वित्तीय बाजार के निवेशक उत्सुकता और बेचैनी के बीच रहे हैं, और अडानी समूह के शेयरों के मूल्य में दबाव दिख रहा है.
मुख्य समाचार: अडानी-हिंडनबर्ग मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में टली

आज सुप्रीम कोर्ट में अडानी-हिंडनबर्ग मामले की सुनवाई टल गई है, जिससे वित्तीय बाजार में दिनदहाड़े गिरावट देखने को मिली है. सुप्रीम कोर्ट में अडानी-हिंडनबर्ग मामले की सुनवाई अब 20 अक्टूबर 2023 को होगी, जैसा कि सूत्रों के मुताबिक जानकारी मिली है.

इस मामले में सुप्रीम कोर्ट को मार्केट रेगुलेटर सेबी की जांच रिपोर्ट पेश करने का आदेश था, जिसके बारे में उम्मीदवारों के बीच महत्वपूर्ण विचारविमर्श चल रहा था. सेबी द्वारा दायर रिपोर्ट पर विचार करने का काम था, और इसके नतीजे के आधार पर मामले की आगे की प्रक्रिया तय की जाएगी.

24 जनवरी 2023 को हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट में अडानी समूह के ऊपर गंभीर आरोप लगाए गए थे.इसके परिणामस्वरूप, अडानी समूह के शेयरों में तेजी से गिरावट आई थी. सुप्रीम कोर्ट ने 2 मार्च 2023 को इस मामले की जांच करने के लिए एक एक्सपर्ट कमिटी का गठन किया था.

इसके बाद, छोटे निवेशकों के हितों की रक्षा के लिए सेबी के मौजूदा रेग्युलेटरी मैकेनिज्म की समीक्षा की जानी थी. अडानी समूह के सभी 10 लिस्टेड शेयरों में आज गिरावट का लाल निशान हावी है, जो वित्तीय बाजार में उथल-पुथल मचा रहा है.

इस मामले के चरम निष्पादन की बजाय, अडानी-हिंडनबर्ग मामले की दिनदहाड़े सुनवाई टलने से वित्तीय बाजार के निवेशक उत्सुकता और बेचैनी के बीच रहे हैं, और अडानी समूह के शेयरों के मूल्य में दबाव दिख रहा है.