भारतीय किसान यूनियन की ओर से आज पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में ट्रैक्टर तिरंगा मार्च निकाला जा रहा है। मेरठ में भाकियू कार्यकर्ताओं की ओर से कमिश्नरी का घेराव कर किसानों की समस्याओं को जोर-शोर से उठाया जाएगा। किसान ट्रैक्टरों में सवार होकर कंकरखेड़ा और गंगानगर की ओर से कमिश्नरी पहुंच रहे हैं। इसी तरह सहारनपुर, मुजफ्फरनगर और शामली में भी भाकियू कार्यकर्ता तिरंगा यात्रा निकालकर जिलाधिकारी को ज्ञापन साैंपेंगे। ट्रैक्टर मार्च के दौरान पिछले माह दिए गए ज्ञापन की समस्याओं को भी अधिकारियों के सामने रखा जाएगा। मेरठ में ट्रैक्टर तिरंगा मार्च को लेकर गुरुवार को भी नंगलाताशी कंकरखेड़ा में बैठक हुई। इस दौरान जिलाध्यक्ष अनुराग चौधरी ने कार्यकर्ताओं से अधिक से अधिक संख्या में कमिश्नरी पहुंचने का आह्वान किया। सुब से ही ट्रैक्टरों की कतारे कमिश्नरी की ओर पहुंचना शुरू हो गईं। मेरठ में सैकड़ों की संख्या में किसान ट्रैक्टरों पर सवार होकर कमिश्नरी पहुंचे। इस दौरान ट्रैक्टर को पुलिस ने रोकने का भी प्रयास किया जिसे लेकर किसानों की पुलिस के साथ झड़प भी हुई। एक सिपाही के द्वारा किसान को थप्पड़ मारने पर भाकियू कार्यकर्ता भड़क गए, इसे लेकर हंगामा भी हुआ। बाद में सभी ट्रैक्टरों को कमिश्नर कार्यलय की ओर जाने दिया गया।
मेरठ कालेज के सामने धरना स्थल पर किसान एकत्र हुए। यहां खडोली की पार्टी की ओर से रागिनी कार्यक्रम कभी आयोजन किया गया। किसान ट्रैक्टरों में डीजे लगाकर कमिश्नरी पहुंचे। चारों ओर ट्रेक्टर के ही हॉर्न की आवाज और डीजे का ही शोर रहा। दोपहर बाद किसानों की पंचायत शुरू होगी। स्वतंत्रता दिवस पर भाकियू टिकैत की ओर से मुजफ्फरनगर शहर में आज ट्रैक्टर तिरंगा यात्रा निकाली जा रही है। राजकीय इंटर कॉलेज के मैदान से विभिन्न मार्गों से होते हुए यात्रा प्रकाश चौक पर पहुंचेगी। पुलिस की ओर से ट्रैफिक एडवाइजरी जारी कर दी गई। लोगों से अपील की गई है कि संबंधित मार्गेां के बजाए वैकल्पिक मार्गों का प्रयोग करें। भाकियू जिलाध्यक्ष योगेश शर्मा ने बताया कि किसान सुबह नौ बजे से ही राजकीय इंटर कॉलेज के मैदान पर एकत्र होने शुरू हो गए। सुबह 10 बजे ट्रैक्टर तिरंगा यात्रा शुरू की गई। भाकियू प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत यात्रा में शामिल होंगे। बिजनाैर में भारतीय किसान यूनियन टिकट की तिरंगा यात्रा मैं शामिल ट्रैक्टरों ने पुलिस की बैरिकेडिंग को तोड़ते हुए कलेक्ट्रेट में प्रवेश किया। हालांकि पुलिस ने किसानों को बहुत रोकने का प्रयास किया। किसने और पुलिस के बीच खूब धक्का मुक्की हुई किसानों ने पुलिस के बैरियर उठाकर फेंक दिए और कलेक्ट्रेट में दाखिल हो गए।