तापमान लगातार बढ़ने से हर जीव परेशान है और इससे राहत पाना चाहता है। गर्मी से दुखी हर जीव के लिए मौसम विभाग ने रिपोर्ट भेजी है कि पहली से तीन जून तक मौसम में बदलाव होने के संकेत हैं। ये मैसेज मिलने के बाद सबसे ज्यादा किसान वर्ग खासा खुश है। क्योंकि उन्हें गर्मी से फसल को बचाना मुश्किल हो रहा है। बिजली बहुत कम मिल रही है।
किसान फसल की सिंचाई के लिए ट्यूबवेल चलाते हैं और पानी का नार खेत में पहुंचता है तो तभी बिजली चली जाती है। इस तरह से एक खेत को कई-कई दिन तक नहीं भर पा रहे हैं। चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार का मौसम विभाग समय-समय पर किसानों को मौसम परिवर्तन के बारे में सूचना भेजता रहता है।
अब विश्वविद्यालय ने किसानों को मोबाइल फोन पर मैसेज भेजा है कि पहली से तीन जून तक मौसम में परिवर्तन होने की संभावना है। इस दौरान तेज धूल भरी आंधी चलेगी। बादल छाए रहेंगे और गरज के साथ कहीं-कहीं पर बूंदाबांदी होगी। ऐसे में यदि बूंदाबांदी हो गई तो किसानों को कम से कम फसल की सिंचाई करने की जरूरत नहीं होगी।
किसानों को फसल की सिंचाई करने से मिल सकता है छुटकारा मौसम विभाग की रिपोर्ट कभी गलत नहीं होती। जब मौसम विभाग ने बूंदाबांदी और तेज आंधी चलने का मैसेज दिया है तो ये निश्चित रूप से परिवर्तन होगा। मौसम परिवर्तन होने पर बढ़ते तापमान से हर व्यक्ति को राहत मिल जाएगी। -डा. आनंद कुमार, तकनीकी विशेषज्ञ कृषि एवं किसान कल्याण विभाग फरीदाबाद
पशुओं के लिए बोया हरा चारा गर्मी से बचाना मुश्किल हो रहा है। सिंचाई के लिए बिजली समय पर नहीं मिल रही है। कभी आती है और खेत में पानी का नार पहुंचता है तभी विभाग द्वारा बिजली काट दी जाती है। ऐसे कैसे हरा चारा बचेगा। -जयवीर धनखड़