कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी ने यूरोप के दौरे के दौरान भारत सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने इंडिया-भारत नाम विवाद और हिंदूत्व जैसे मुद्दों पर विचार व्यक्त किया और कहा कि इन मुद्दों के पीछे इतिहास को नकारने की कोशिश की जा रही है।
राहुल गांधी ने इस बयान में यह भी कहा कि भारत का संविधान राज्यों के एक संघ के रूप में भारत को परिभाषित करता है और भारत इन राज्यों के मिलकर बना है। वह इसकी महत्वपूर्ण बात मानते हैं कि इन राज्यों में शामिल सभी लोगों की आवाज सुनी जानी चाहिए और किसी भी आवाज को दबाया नहीं जाना चाहिए।
राहुल गांधी ने इसके साथ ही अपने हिंदू धर्म के ज्ञान को भी बयां किया और कहा कि उन्होंने गीता और उपनिषद की पढ़ाई की है, लेकिन उनका दावा है कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) जो कुछ भी कर रही है, उसमें कुछ भी हिंदूवादी नहीं है।
यह बयान राहुल गांधी के पेरिस स्कूल ऑफ इंटरनेशनल अफेयर्स के छात्रों और टीचर्स के साथ बातचीत के दौरान दिया गया था। उन्होंने केंद्र सरकार पर भी जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान छुपाने का आरोप लगाया था और सोशल मीडिया पर इसकी चर्चा की थी। वह कह रहे थे कि भारत सरकार अपने लोगों और जानवरों को छिपा रही है और इसकी कोई जरूरत नहीं है।