रूपनगढ़ फायरिंग मामले में 10 आरोपी पुलिस हिरासत में

राजस्थान के अजमेर जिले के रूपनगढ़ में बीते दिनों जमीनी विवाद में हुई फायरिंग बेकसूर वेल्डिंग करने वाले शकील शेख की मृत्यु हो गई थी, जबकि नारायण कुमावत नाम का व्यक्ति गोली लगने से जख्मी हो गया था, जिसका जवाहरलाल नेहरू अस्पताल में इलाज जारी है। मामले में अजमेर जिला पुलिस अधीक्षक वंदिता राणा के सुपरविजन में अजमेर पुलिस ने फायरिंग कर हत्या करने वाली गैंग के 6 आरोपियों और वारदात में शामिल बदमाशों की मदद करने वाले चार आरोपियों को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है। इसके अलावा पुलिस ने वारदात में प्रयुक्त 10 वाहनों को भी जब्त किया है।

जिला पुलिस अधीक्षक वंदिता राणा ने बताया कि रूपनगढ़ स्थित जैन छात्रावास के सामने बेशकीमती सरकारी जमीन पर बलवाराम चौधरी ग्रुप और उसके रिश्तेदारों द्वारा पर कब्जे की नीयत से 22 सितंबर को अंधाधुंध फायरिंग की गई थी, जिसमें एक मजदूर की मौत हो गई थी। मामले में जिला पुलिस अधीक्षक द्वारा पांच बदमाशों के खिलाफ नकद राशि का इनाम भी रखा गया था। आईजी और एसपी के द्वारा 40 पुलिसकर्मियों की टीम का गठन किया गया था पुलिस ने 9 दिनों के भीतर हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया। वहीं अन्य इनामी बदमाशों की पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही है।

मामले में पुलिस द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर में बलवाराम चौधरी के भांजे दिनेश चौधरी उसके साथी हनुमान जाट, नरेश जाट, पुखराज जाट पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है।

इन्हें किया गिरफ्तार

फायरिंग की घटना में शामिल नंदलाल जाट उर्फ नंदा पुत्र श्योजीराम, रामदेव मेघवाल पुत्र हुकमाराम, अर्जुन लाल जाट पुत्र लालाराम, कमलेंद्र कुमार जाट उर्फ कैलाश पुत्र हनुमान लाल, आसम खां पुत्र सुबुदीन व मुकेश जाट पुत्र रामचंद्र को गिरफ्तार किया गया है। इसके साथ ही पुलिस ने षड्यंत्र में शामिल रामजीलाल जाट पुत्र किशनलाल, रतनलाल गुर्जर पुत्र उदाराम, नरेंद्र जाट पुत्र सुखराम व शिवराज जाट पुत्र श्योजीराम को गिरफ्तार किया है।

यह था मामला

रूपनगढ़ में 22 सितंबर (रविवार) को हुए खूनी संघर्ष के पीछे करीब 6 करोड़ रुपये की विवादित सरकारी जमीन है। इस जमीन विवाद में मामला इतना बढ़ गया कि मौके पर अंधाधुंध गोलियां चलने लगीं और भूमाफियों की गोली से एक बेकसूर मजदूर की मौत भी हो गई, जबकि एक अन्य अब भी घायल है। बदमाशों ने लोगों को गाड़ियों से कुलचने का भी प्रयास किया। कुछ लोगों ने जमीन पर अपना कब्जा बताकर पहले ही पंचायत समिति से 7 दुकानें बनाने की अनुमति ले ली थी और धन भी एकत्र किया गया। निर्माण शुरू होते ही रविवार सुबह करीब साढ़े दस बजे हथियारबंद बदमाशों ने हमला बोल दिया। पुलिस जांच में किशनगढ़ के पूर्व विधायक नाथूराम सिनोदिया के बेटे भंवर सिनोदिया की हत्या में शामिल बलवाराम चौधरी के भतीजे का नाम सामने आया है।

इन पर है 50 हजार का इनाम घोषित

एसपी वंदिता राणा ने बताया कि पुलिस फायरिंग करने वाले गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार करने में लगी है। अब तक 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, वही अजमेर रेंज आईजी ओमप्रकाश के आदेश पर फायरिंग की वारदात में फरार आरोपी राजवीर, पुखराज, दिनेश जाट व हनुमान के ऊपर 50-50 हजार रुपये के इनाम की राशि घोषित की गई है।