नई दिल्ली: ऑल इंडिया स्टेशन मास्टर्स एसोसिएशन के केंद्रीय कार्यकारिणी ने 16 अक्टूबर को दिल्ली के जंतर मंतर पर एक दिवसीय अनशन का निर्णय लिया है। साथ ही, देशभर के स्टेशन मास्टर इस दौरान पेंडिंग डिमांड बैज लगाकर अपनी बात को उठाएंगे। स्टेशन मास्टर, जिन्हें भारतीय रेलवे का प्रथम नागरिक और ब्रांड एंबेसडर माना जाता है, अपनी मांगों के लिए लंबे समय से संघर्ष कर रहे हैं। मांगें न पूरी होने की स्थिति में अब अनशन का कदम उठाना पड़ा है।
ऑल इंडिया स्टेशन मास्टर एसोसिएशन के राष्ट्रीय महासचिव धर्मवीर सिंह अरोड़ा ने कहा कि एसोसिएशन हमेशा स्टेशन मास्टर कैडर के हित में कार्य करता है, लेकिन इस कैडर को कुछ प्रलंबित समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। रेलवे बोर्ड ने अब तक इन समस्याओं के समाधान का कोई प्रयास नहीं किया, जिससे मजबूरी में भूख हड़ताल का रास्ता अपनाना पड़ रहा है।
उन्होंने बताया कि हम कई वर्षों से सुविधाओं से वंचित हैं और कई बार रेलवे बोर्ड के समक्ष अपनी समस्याओं को रखा, लेकिन केवल आश्वासन ही मिला। हमें लेबर कोर्ट का भी सहारा लेना पड़ा, जहां भी रेलवे के अधिकारियों ने जल्द समस्याओं के समाधान का भरोसा दिया, लेकिन अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।