संसद सत्र: ‘आर्थिक कुप्रबंधन के कारण लोगों की कम हो रही आय, बढ़ रही मंहगाई’; लोकसभा में सरकार पर बरसे शशि थरूर

संसद सत्र: ‘आर्थिक कुप्रबंधन के कारण लोगों की कम हो रही आय, बढ़ रही मंहगाई’; लोकसभा में सरकार पर बरसे शशि थरू

वरिष्ठ कांग्रेस नेता शशि थरूर ने केंद्र सरकार पर आर्थिक कुप्रबंधन का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि सरकार के कुप्रबंधन के कारण ही लोगों की आय कम हो गई है और देश में महंगाई बढ़ रही है। थरूर ने इस दौरान  केंद्र की मोदी सरकार पर कई क्षेत्रों के महत्वपूर्ण आंकड़े छिपाने का आरोप भी लगाया।  उन्होंने कहा कि वर्तमान में एनडीए का मतलब ‘नो डेटा अवेलेबल’ हो गया है।  



लोकसभा में अंतरिम बजट 2024-25 पर बहस की शुरुआत करते हुए थरूर ने ये आरोप लगाए। थरूर ने कहा कि देश में आर्थिर प्रबंधन को सही करने की जरूरत है। इसी कुप्रबंधन के कारण ही  बीते10 सालों में मध्यम वर्ग, निम्न मध्यम वर्ग और गरीबों की आय कम हो गई है। आगे बोलते हुए कांग्रेस नेता यह भी कहा कि ऐसा लगता है कि सरकार ट्रिकल डाउन इकोनॉमी में विश्वास करती है। ऊपर से पैसा खर्च करें, नीचे किसी को फायदा होगा, लेकिन हम ट्रिकल अप इकोनॉमी में विश्वास करते हैं। उन्होंने कहा कि आर्थिक प्रक्रिया में जनता को हितधारक होना चाहिए, लेकिन सरकार उनके प्रति उदासीन है। सरकार का ध्यान केवल पूंजीगत व्यय पर केंद्रित है।



इस दौरान उन्होंने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पर भी निशाना साधा। उन्होंने वित्तमंत्री के इस कथन कि एनडीए सरकार में जीडीपी का मतलब गवर्मेंट, डेवलपमेंट और परफार्मेंस है, का खंडन किया। उन्होंनें कहा कि वर्तमान में जी का मतलब गर्वमेंट इंट्रूजन (सरकारी घुसपैठ), डी का मतलब डेमोग्राफिक बिट्रेयल (जनसांख्यिकीय विश्वासघात) और पी का मतलब पावर्टी कान्टिन्यू (लगातार बढ़ती गरीबी) है। उन्होंने कहा कि इस सदन में बैठे सभी लोगों को यह अहसास होना चाहिए कि सरकार अंतरिम बजट के साथ ‘स्मोक एंड मिरर’ वाला खेल खेल रही है। इसमें अर्थव्यवस्था और आम आदमी को परेशान करने वाले वास्तविक संकटों को दूर करने के लिए कोई प्रावधान नहीं किया गया है।