जम्मू-कश्मीर: पीपुल्स कांफ्रेंस के अध्यक्ष और हंदवाड़ा के विधायक सज्जाद गनी लोन ने मंगलवार को मुद्दा उठाया कि उन्हें अनुच्छेद 370 पर उनके प्रस्तावों को खारिज किए जाने और जम्मू-कश्मीर के बाहर की जेलों में बंद पीएसए बंदियों को वापस भेजने के बारे में सूचित नहीं किया गया।
खबरों के अनुसार, विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही लोन ने विधानसभा सचिवालय द्वारा उनके प्रस्तावों को अस्वीकृत किये जाने के बारे में उन्हें सूचित न किये जाने का मुद्दा उठाया।
लोन ने कहा, “मुझे मेरे प्रस्तावों के बारे में सूचित नहीं किया गया है, जिन्हें अस्वीकृत कर दिया गया है।” उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर विधानसभा के प्रक्रिया एवं कार्य संचालन नियमों के नियम 197 के तहत उन्हें इसके बारे में सूचित किया जाना चाहिए।
बाद में अध्यक्ष ने कहा कि उन्हें (लोन को) उनके प्रस्तावों की स्थिति के बारे में सूचित किया जाएगा।