कांवड़ियों का रेला हाईवे पर उमड़ने लगा है। पूरा हाईवे भगवा नजर आ रहा है। कांवड़ियों की भीड़ को देखते हुए रविवार की दोपहर से हाईवे को छोटे-बड़े सभी तरह के वाहनों के लिए बंद कर दिया जाएगा। ट्रक, डीसीएम निजी व प्राइवेट बसों की तरह कार समेत अन्य छोटे वाहनों को वैकल्पिक मार्गों से गुजरा जाएगा। यह फैसला प्रशासन ने कांवड़ियों की सुरक्षा को लेकर लिया है। सोमवार की दोपहर तक हाईवे जीरो ट्रैफिक ही रहेगा। सावन का चौथा सोमवार 12 अगस्त यानी कल है। इस दिन लाखों शिवभक्त भगवान भोले शंकर का जलाभिषेक करेंगे। कई जिलों के शिवभक्त गंगाजल लेने ब्रजघाट पहुंच रहे हैं। जबकि बड़ी संख्या में कांवड़िये गंतव्य को लौट रहे हैं। चौथे सोमवार को लेकर बृहस्पतिवार की दोपहर से ही हाईवे पर कांवड़ियों की भीड़ जुटने लगी है। जिसके चलते पुलिस ने हाईवे को वन-वे कर दिया था। इसके बाद शुक्रवार की दोपहर से मुरादाबाद से दिल्ली लेन पर चल रहे निजी व रोडवेज बस, कंटेनर, ट्रक वह अन्य भारी वाहनों को डायवर्ट कर वैकल्पिक मार्गों से निकला जा रहा है।
शनिवार को कांवड़ियों की भीड़ में और इजाफा हुआ है। कांवड़ियों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए रविवार की दोपहर बाद हाईवे को जीरो ट्रैफिक कर दिया जाएगा। अपर पुलिस अधीक्षक राजीव कुमार सिंह ने बताया कि हाईवे को जीरो ट्रैफिक करने का फैसला कांवड़िया की सुरक्षा को लेकर लिया गया है। कांवड़ यात्रा के चलते मुरादाबाद और हापुड़ प्रशासन अमरोहा पुलिस का सहयोग नहीं कर रहा है। बृहस्पतिवार के दोपहर अमरोहा पुलिस ने हाईवे को वन-वे कर दिया था। दोनों लेन के वाहन जब मुरादाबाद से दिल्ली लेन पर आए तो गजरौला में भीषण जाम लग गया था। लेकिन, जब अमरोहा पुलिस ने शुक्रवार की दोपहर बड़े वाहनों को वैकल्पिक मार्गों से निकालने का फैसला लिया तो मुरादाबाद और हापुड़ पुलिस ने सहयोग नहीं किया। दोनों ही तरफ से ट्रक, कंटेनर, रोडवेज व निजी बस आती रहीं। जिसके चलते जोया में जाम लग गया। ऐसे हालत में एक तरफ जहां अमरोहा पुलिस कांवड़ियों की सुरक्षा को लेकर परेशान है, वहीं, मुरादाबाद और हापुड़ प्रशासन की कार्यशैली से भी नाराज है। इसको लेकर अमरोहा और मुरादाबाद में हापुड़ प्रशासन के बीच कांवड़ यात्रा शुरू होने से पहले ही मंथन हो चुका था।