साइबर अपराध पर लगाम लगाने के लिए इसके पहले पिलर म्यूल एकाउंट के खिलाफ सीबीआई की कार्रवाई जारी है। इस सिलसिले में सीबीआई ने दिल्ली, बिहार, मध्यप्रदेश, केरल, पंजाब, आंध्रप्रदेश और राजस्थान में कई स्थानों पर छापा मारकर तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
इसके पहले सीबीआई 25-26 जून को 40 स्थानों पर छापा मारा था और 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। सीबीआई की प्रवक्ता बीना यादव के अनुसार बुधवार को छापे के दौरान बड़ी संख्या में मोबाइल फोन, बैंक अकाउंट खोलने के दस्तावेज, केवाईसी के कागजात और लेन-देन के सबूत मिले हैं, जो साइबर अपराध से जुड़े हैं।
8.5 लाख म्यूल अकाउंट की पहचान
सीबीआई ने पूरे देश में 8.5 लाख म्यूल अकाउंट की पहचान की है, जो विभिन्न बैंकों के 700 ब्रांच में फैले हैं। इनके खिलाफ सीबीआई ने ऑपरेशन चक्र-पांच शुरू किया है। 25 जून को म्यूल एकाउंट के जुड़े 37 आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी।
सीबीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि म्यूल एकाउंट साइबर अपराध का पहला स्तंभ है। साइबर अपराधी पीड़ित से सबसे पहले इसी अकाउंट में रकम ट्रांसफर करवाता है। सीबीआई की कोशिश म्यूल अकाउंट मुहैया कराने वाले गिरोह के खिलाफ कार्रवाई कर पहले स्तंभ को ध्वस्त करना है।
इसका दूसरा स्तंभ साइबर ठग हैं, जो धोखे से या डराकर लोगों से पैसा इन म्यूल अकाउंट में ट्रांसफर करने के लिए मजबूर करते हैं। सीबीआई इस दूसरे पिलर के खिलाफ भी कार्रवाई कर रही है और कई साइबर अपराधियों को गिरफ्तार करने में सफलता मिली है। इसके साथ ही सीबीआई साइबर अपराध के तीसरे स्तंभ संगठित साइबर गिरोहों के खिलाफ भी कार्रवाई में जुटी है।