बॉलीवुड के मशहूर निर्देशक और निर्माता करण जौहर ने हाल ही में सितारों की मनमानी फीस की मांग को लेकर खुलकर बोला है। करण ने हाल के वर्षों में पुरुष फिल्म सितारों के बारे में अक्सर बात की है कि वे अपनी खुद की बैंकेबिलिटी को लेकर बहुत ज्यादा उत्साहित हैं और अपने ट्रैक रिकॉर्ड को देखते हुए ऐसी रकम की मांग कर रहे हैं जिसके वे हकदार नहीं हैं। अब अभिनेता सैफ अली खान को भी इस मुद्दे पर सहयोग मिला है। आइए जानते हैं सैफ ने इसे लेकर क्या कहा?
हॉलीवुड रिपोर्टर इंडिया के साथ बातचीत में करण जौहर ने ने कहा था कि वह अब कलाकारों की मांगों के आगे नहीं झुकते। निर्देशक ने कहा, ‘मैं अब ऐसा नहीं करता। मैंने ‘किल’ नाम की एक छोटी फिल्म बनाई, मैंने उस पर पैसा खर्च किया, क्योंकि यह एक नए कलाकार के साथ एक अच्छी फिल्म थी। करण ने कहा हम जिस भी स्टार के पास गए, उन्होंने मुझसे बजट के बराबर ही पैसे मांगे। जब बजट 40 करोड़ रुपये है, तो आप 40 करोड़ रुपये कैसे मांग सकते हैं? क्या आप मुझे गारंटी दे रहे हैं कि फिल्म 120 करोड़ रुपये कमाएगी?
सैफ अली खान ने खुद को बताया ‘मंदी प्रूफ’
एक साक्षात्कार के दौरान सैफ अली खान ने मजाक में कहा कि उन्हें करण की हाल ही में की गई घोषणा के विरोध में एक यूनियन शुरू करना चाहिए, जिसमें उन्होंने कहा था कि अब वह सितारों को उनकी मांग के अनुसार भुगतान नहीं करेंगे, जब तक कि उन्हें यह न लगे कि यह राशि उचित है। सैफ ने बातचीत के दौरान कहा कि वह कभी भी उन सितारों की श्रेणी में नहीं रहे हैं, जो बहुत अधिक राशि की मांग करते हैं और उन्होंने खुद को ‘मंदी प्रूफ’ बताया।
करण की बातों को सैफ ने किया साफ
इंडिया टुडे के साथ एक साक्षात्कार में सैफ से जब करण की हालिया टिप्पणियों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने हंसते हुए कहा, ‘करण पे-चेक में कटौती करना चाहते हैं, मुझे यकीन नहीं है कि मुझे इस पर अपना खुद का यूनियन बनाना चाहिए या नहीं। मुझे यकीन है कि वह सही हैं, लेकिन जब हम पे-चेक में कटौती की बात करते हैं तो यह मुझे थोड़ा परेशान करता है। पे-चेक में कटौती नहीं।’ करण का तर्क है कि आजकल ज्यादातर बड़े सितारे बड़ी ओपनिंग की गारंटी नहीं दे सकते हैं। हाल के महीनों में अक्षय कुमार और अजय देवगन जैसे सितारों की फिल्में 5 करोड़ रुपये से कम की ओपनिंग पर आई हैं। करण ने कहा था कि जिन सितारों से उन्होंने फिल्म ‘किल’ के लिए संपर्क किया था, वह 40 करोड़ रुपये तक की मांग कर रहे थे, जबकि पूरी फिल्म का बजट ही इतना था।