सीबीआई ने भ्रष्टाचार के आरोप में एनएचएआई के जीएम और तीन अन्य को गिरफ्तार किया

सीबीआई ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के एक महाप्रबंधक और एक निजी कंपनी के महाप्रबंधक सहित तीन अन्य को 15 लाख रुपये की कथित रिश्वत के सिलसिले में गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। सीबीआई ने एक बयान में
कहा कि एनएचएआई के आरोपी महाप्रबंधक रामप्रीत पासवान ने कथित तौर पर “एनएचएआई के अनुबंधों/कार्यों से संबंधित बिलों के प्रसंस्करण और पारित करने में अनुचित लाभ पहुंचाने” के लिए 15 लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी। इसमें
कहा गया है, “इस संबंध में की गई तलाशी में 1.18 करोड़ रुपये नकद (लगभग) बरामद हुए हैं।”
सीबीआई ने रिश्वतखोरी के मामले में एनएचएआई के मुख्य महाप्रबंधक और महाप्रबंधक (जीएम) और अन्य वरिष्ठ रैंक के छह लोक सेवकों, एक निजी कंपनी, निजी कंपनी के चार वरिष्ठ प्रतिनिधियों, जिसमें इसके दो जीएम भी शामिल हैं, के अलावा एक अन्य निजी ठेकेदार और अज्ञात अन्य लोक सेवक और निजी व्यक्तियों सहित 12 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था।
अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई ने आरोपी जीएम और एक निजी कंपनी के कर्मचारी के बीच बैठक स्थल पर छापा मारा, जहां रिश्वत का आदान-प्रदान होने के तुरंत बाद दोनों को पकड़ लिया गया। बयान में कहा गया है,
“सीबीआई ने पटना, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, बेगूसराय, पूर्णिया, रांची और वाराणसी में आरोपियों के आवासीय और आधिकारिक परिसरों में तलाशी ली, जिसमें 1,18,85,000 रुपये (लगभग), कई आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल डिवाइस बरामद हुए।”