सीरिया के चार शहरों पर विद्रोही समूह का कब्जा हो गया है और राष्ट्रपति बशर अल असद का मजबूत किला दमिश्क भी ढहने के कगार पर है। यही वजह है कि राष्ट्रपति बशर अल असद के सीरिया छोड़कर अज्ञात जगह पर जाने की खबरें हैं। वहीं उनका परिवार पहले ही सीरिया छोड़कर रूस जा चुका है।
सीरिया से खत्म हुआ बशर अल असद सरकार का शासन
सीरिया पर राष्ट्रपति बशर अल असद के परिवार का शासन करीब 50 साल रहा और अब 50 साल बाद सीरिया से इस परिवार का शासन खत्म हो गया है। राष्ट्रपति बशर और उनके परिवार के सीरिया छोड़कर भागने की चर्चा है। वहीं विद्रोहियों ने पूरे देश पर कब्जा कर लिया है। प्रधानमंत्री ने भी विद्रोहियों से मिलकर नई सरकार का गठन करने की बात कही है। विद्रोही गुट एचटीएस ने कहा है कि अब नया सीरिया बनेगा, जहां सब शांति से रहेंगे। दमिश्क की सड़कों पर बड़ी संख्या में लोग उतर बशर सरकार के पतन का जश्न मना रहे हैं।
सीरिया गृह युद्ध में जा चुकी है पांच लाख से ज्यादा लोगों की जान
बशर अल असद सरकार और विद्रोही गुटों के बीच जारी संघर्ष में अब तक पांच लाख से ज्यादा लोगों के मारे जाने का दावा है। साथ ही बीते 13 वर्षों में सीरिया से करीब 68 लाख लोग देश छोड़कर जा चुके हैं। इनमें से अधिकतर लोग तुर्किये और यूरोपीय देशों में रह रहे हैं। सीरिया के 30 फीसदी हिस्से पर पहले भी विद्रोहियों का कब्जा था, लेकिन अब अधिकतर हिस्से पर उनका कब्जा हो गया है। सीरिया के मौजूदा हालात में आतंकी संगठन आईएसआईएस के अगले कदम पर भी सभी की निगाहें हैं।
इस्राइल को युद्ध का एक और मोर्चा खुलने की आशंका
सीरिया में विद्रोहियों के लगातार मजबूत होने और बशर अल असद सरकार के कमजोर पड़ने के बाद इस्राइल को एक और युद्ध का मोर्चा खुलने का डर सता रहा है। दरअसल सशस्त्र बलों ने गोलन हाइट्स इलाके में बफर जोन में प्रवेश कर लिया है और उनके द्वारा संयुक्त राष्ट्र के पर्यवेक्षक बलों पर हमले किए जा रहे हैं। इस्राइल के विदेश मंत्री गिदोन सार ने इस्राइल-सीरिया पर बढ़ रहे तनाव पर चिंता जाहिर की। इस्राइल को गोलान हाइट्स इलाके में मौजूद अपने लोगों की सुरक्षा के लिए चिंता हो रही है।
सार्वजनिक संस्थानों पर भी विद्रोहियों का कब्जा
सीरिया में बशर अल असद सरकार ढह गई है और सीरिया के सार्वजनिक संस्थानों पर भी विद्रोही गुट का कब्जा हो गया है। विद्रोही नेता अहमद अल शारा ने कहा है कि देश के सार्वजनिक संस्थान ‘पूर्व प्रधानमंत्री’ की देखरेख में रहेंगे, जब तक नई सरकार सत्ता पर काबिज नहीं हो जाती। वहीं प्रधानमंत्री मोहम्मद गाजी अल जलाली ने भी नई सरकार के सत्ता पर काबिज होने में मदद की बात कही। राष्ट्रपति बशल अल असद के देश छोड़कर भागने की खबर है।