सत्ता पक्ष के विधायकों ने किया विरोध प्रदर्शन, सदन की कार्यवाही 15 मिनट के लिए स्थगित
जम्मू: जम्मू एवं कश्मीर विधानसभा के अध्यक्ष ने सोमवार को वक्फ (संशोधन) विधेयक-2025 पर चर्चा से इनकार करते हुए कहा कि मामला न्यायालय में विचाराधीन है।
सदन की कार्यवाही शुरू होते ही नेशनल कॉन्फ्रेंस ने संसद द्वारा पारित वक्फ (संशोधन) विधेयक-2025 पर चर्चा की मांग को लेकर खड़े हो गए।
नेशनल कॉन्फ्रेंस के विधायक तनवीर सादिक ने मांग की, “मुस्लिम बहुल राज्य जम्मू-कश्मीर में वक्फ बिल पर चर्चा होनी चाहिए। अगर केंद्र द्वारा लाए गए जीएसटी कानून पर जम्मू-कश्मीर विधानसभा में चर्चा हुई, तो वक्फ बिल पर चर्चा क्यों नहीं हो सकती।”
हालांकि, अध्यक्ष ने कहा कि मामला विचाराधीन हो गया है, क्योंकि इसे देश की सर्वोच्च अदालत में चुनौती दी गई है।
सदन की प्रक्रिया और कार्य संचालन नियमावली के नियम 58 के उपनियम (7) का हवाला देते हुए अध्यक्ष ने घोषणा की कि उन्होंने नेशनल कॉन्फ्रेंस और शेख खुर्शीद के विधायकों द्वारा लाए गए स्थगन प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया है।
अध्यक्ष के फैसले से सदन में नेशनल कॉन्फ्रेंस, कांग्रेस और पीडीपी विधायकों ने विरोध प्रदर्शन किया।
‘वक्फ बिल ना मंजूर’ के नारे लगाते हुए सत्ता पक्ष के विधायकों ने वेल में आने की कोशिश की, लेकिन मार्शलों ने उन्हें आसन की ओर बढ़ने से रोक दिया।
जब उन्होंने लगातार व्यवधान पैदा किया तो अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही 15 मिनट के लिए स्थगित कर दी।
चालू बजट सत्र के दौरान यह पहला मौका था जब अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही स्थगित की।