स्पेक्ट्रम नीलामी सम्पन्न, विश्लेषक ने कहा – अब दूरसंचार कंपनियां कंपनियाँ कीमतों में वृद्धि करने की कर रही तैयारियां।

स्पेक्ट्रम नीलामी में दूरसंचार कंपनियों द्वारा किया जाने वाले भुगतान प्रबंधन के दायरे में रहने की उम्मीद है। अब बोली प्रक्रिया पूरी होने के साथ ही सबकी निगाहें आसन्न शुल्क बढ़ोतरी पर हैं। विश्लेषकों के एक वर्ग ने गुरुवार को यह बात कही । कई विश्लेषकों की ओर से रिपोर्ट में वोडाफोन-आइडिया द्वारा 3,510.4 करोड़ रुपये मूल्य के स्पेक्ट्रम की खरीद पर आश्चर्य व्यक्त किया गया। वहीं, इस बात पर जोर दिया कि जियो का कम खर्च (973.62 करोड़ रुपये) उसकी बयाना राशि (ईएमडी) के विपरीत था। जियो का ईएमडी अन्य दूरसंचार कंपनियों की तुलना में सबसे अधिक था। आईआईएफएल सिक्योरिटीज, जेपी मॉर्गन और कोटक इंस्टिट्यूशनल इक्विटीज ने गुरुवार को अपनी-अपनी रिपोर्ट में कहा कि अब जबकि स्पेक्ट्रम नीलामी संपन्न हो चुकी है, सभी का ध्यान संभवतः शुल्क बढ़ोतरी पर होगा। आईआईएफएल ने कहा, “स्पेक्ट्रम नीलामी समाप्त होने के बाद अब सभी की निगाहें आसन्न शुल्क बढ़ोतरी पर टिकी हैं।’ कोटक का भी मानना है कि अब ध्यान शुल्क बढ़ोतरी पर होगा। उसने कहा, “स्पेक्ट्रम नीलामी के बाद हमारा मानना है कि आने वाले दिनों में ध्यान अब शुल्क बढ़ोतरी पर केंद्रित होगा।” जेपी मॉर्गन ने कहा कि शुल्क के संबंध में कदम उठाने के लिए रास्ता साफ हो गया है।

 

उसने कहा, ‘नीलामी (छह जून से विलंबित) के बिना किसी आश्चर्य के समाप्त होने से शुल्क पर कदम उठाने की कार्रवाई शुरू होनी चाहिए। हमारा मानना है कि कल शेयर में तेज प्रतिक्रिया के पीछे इसका असर रहा होगा।’ जेपी मॉर्गन ने कहा कि वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी/तीसरी तिमाही में 25 प्रतिशत शुल्क बढ़ोतरी आसन्न है। दूरसंचार स्पेक्ट्रम के आवंटन के लिए आयोजित नीलामी में 11,340.78 करोड़ रुपये मूल्य के 141.4 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम की ही बिक्री हो पाई। भारती एयरटेल स्पेक्ट्रम खरीद में सबसे आगे रही। उसने 6,856.76 करोड़ रुपये का स्पेक्ट्रम खरीदा।

 

स्पेक्ट्रम नीलामी दूसरे दिन बुधवार को बोली शुरू होने के कुछ घंटों के भीतर ही समाप्त हो गई। इसके पहले मंगलवार को नीलामी के पहले दिन पांच दौर में बोलियां लगाई गई थीं। एक आधिकारिक बयान के अनुसार, इस नीलामी में रिलायंस जियो ने 973.62 करोड़ रुपये का स्पेक्ट्रम हासिल किया, जबकि वोडाफोन-आइडिया लिमिटेड (वीआईएल) ने करीब 3,510.4 करोड़ रुपये मूल्य के स्पेक्ट्रम के लिए बोली लगाई। कुल मिलाकर, इस स्पेक्ट्रम नीलामी से सरकार को कुल 11,340.78 करोड़ रुपये मिले। यह सरकार द्वारा बिक्री के लिए रखे गए स्पेक्ट्रम के अनुमानित मूल्य 96,238 करोड़ रुपये का सिर्फ 12 प्रतिशत है।