शहर के पूर्वी-पश्चिमी हिस्से की सीधी और सुगम कनेक्टिविटी, पेयजल आपूर्ति सहित अन्य करीब पांच हजार करोड़ की परियोजनाओं की फाइल मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी (Nayab Singh Saini) के कार्यालय पहुंच गई हैं। चंडीगढ़ में एफएमडीए अधिकारियों संग मुख्यमंत्री बैठक करेंगे। इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल चार बार बैठक कर चुके हैं। नायब सिंह सैनी पहली बार इस बैठक की अध्यक्षता करेंगे।
इस बैठक में शहर के लिए बड़ी परियोजनाओं का खाका पेश किया जाएगा। उम्मीद है कि परियोजनाओं को स्वीकृति मिल जाएगी। कई दिन से एफएमडीए के समूचे अधिकारी बैठक की तैयारी में जुटे हुए थे। एजेंडा तैयार किया जा रहा था। मुख्य रूप से पेयजल, सीवर, सड़क, स्टेडियम व स्ट्रीट लाइटों के प्रस्ताव तैयार किए गए हैं।
पूर्वी-पश्चिमी शहर की कनेक्टिविटी
शहर के पूर्वी यानी ग्रेटर फरीदाबाद और पश्चिमी शहर एनआइटी-सूरजकुंड की बड़खल और बाटा रेलवे पुल के द्वारा सीधी कनेक्टिविटी होगी। इससे पहले बड़खल वाली कनेक्टिविटी के लिए करीब 735 करोड़ और बाटा वाली के लिए करीब 700 करोड़ का बजट तय किया गया था। लेकिन अब इस बजट को रिवाइज कर दिया गया है।
बड़खल वाली कनेक्टिविटी के लिए अब 848 करोड़ और बाटा वाली के लिए 682 करोड़ रुपये का एस्टीमेट बनाया है। बड़खल वाला बजट इसलिए बढ़ गया है कि अनखीर गोल चक्कर से एशियन अस्पताल तक एलिवेटेड सड़क बनेगी।
पेयजल पर खर्च होंगे 2600 करोड़
पेयजल आपूर्ति में सुधार के लिए 2600 करोड़ का बजट भी तैयार हो गया है। नई योजना के तहत 22 रेनीवेल लगेंगे, लाइनें बिछाई जाएंगी, बूस्टर व अन्य प्रकार के टैंक बनेंगे। मशीनरी आएगी। 70 ट्यूबवेल भी लगाए जाएंगे। इस परियोजना से शहर को 220 एमएलडी पानी रोज मिल सकेगा। प्राधिकरण मास्टर प्लान 2041 के तहत काम कर रहा है।
आबादी बढ़ने के साथ कितने पानी की जरूरत होगी, इसकी पहले से तैयारी की जा रही है। रेनीवेल लगाने में दो से तीन साल का समय लग जाता है। फिलहाल 223 करोड़ के 12 रेनीवेल लगाने की परियोजना को मंजूरी मिल चुकी है। वर्क अलॉट हो गया है।
तीन पर काम शुरू हो चुका है। चार रेनीवेल के लिए मिट्टी परीक्षण का काम शुरू होने वाला है। पांच रेनीवेल के लिए यमुना नदी किनारे जमीन की तलाश जारी है। बता दें फिलहाल चल रहे 22 रेनीवेल से 200 एमएलडी पानी शहर को मिल रहा है।
स्टेडियम का काम होगा शुरू
राजा नाहर सिंह क्रिकेट स्टेडियम को अब नए सिरे से प्राधिकरण बनाएगा। इसका रुका काम फिर शुरू होगा। इसके लिए 292 करोड़ का बजट तैयार किया है। इसे भी मुख्यमंत्री के समक्ष रखा जाएगा।
48 हजार स्ट्रीट लाइटें जुड़ेंगी कमांड सेंटर से
प्राधिकरण शहर की स्ट्रीट लाइटें ठीक कराएगा। सभी को स्मार्ट सिटी के कमांड एवं कंट्रोल सेंटर से जोड़ा जाएगा। वहां से पता लग जाएगा कि कौन सी लाइट खराब है।
नगर निगम मुख्यालय की इमारत होगी टेकओवर
प्राधिकरण नगर निगम की सेक्टर-12 में बन रही मुख्यालय की इमारत को भी टेकओवर करने जा रहा है। यह प्रस्ताव सीएम के समक्ष रखा जाएगा। मंजूरी के बाद काम आगे बढ़ेगा। बचे हुए काम को भी प्राधिकरण करा देगा।
नगर निगम परिसर में बन रही स्मार्ट सिटी की इमारत को निगम को सौंपा जाएगा। एफएमडीए के सलाहकार एनडी वशिष्ठ ने बताया कि प्राधिकरण की बैठक में रखा जाने वाला एजेंडा तैयार कर लिया है।