हिमाचल प्रदेश में मानसून के आगमन के साथ ही प्राकृतिक आपदाएं दस्तक देने लगी हैं। राज्य के कुल्लू जिले में बुधवार को बादल फटने की कई घटनाएं सामने आई हैं, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। तीन लोगों के बहने की खबर है, वहीं प्रदेश के पांच जिलों में फ्लैश फ्लड को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने आगामी 24 घंटों के लिए ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया है।
🌩 कुल्लू में कहर बरपाता मानसून
कुल्लू जिले के सैंज घाटी, गड़सा, बंजार और मणिकर्ण के ब्रह्मगंगा नाले में बादल फटने की घटनाओं से बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। जीवा नाला, शिलागढ़ घाटी और स्रो गैलरी क्षेत्र में तेज बारिश के कारण नदियों और नालों में जलस्तर अचानक बढ़ गया। परिणामस्वरूप, कई वाहन बह गए, सड़कों और पुलों को भारी नुकसान पहुंचा है।
🏚 तीन स्थानों से भारी तबाही की खबर
अतिरिक्त उपायुक्त अश्वनी कुमार ने बताया कि कुल्लू जिले में तीन स्थानों पर बादल फटने की पुष्टि हुई है:
जीवा नाला (सैंज घाटी)
शिलागढ़ (गड़सा घाटी)
स्रो गैलरी (मनाली क्षेत्र)
इन इलाकों में जलप्रवाह इतना तेज था कि छोटे पुल टूट गए और कई वाहन बाढ़ में बह गए।
🐄 गोशाला ध्वस्त, स्कूल में भरा मलबा
चेहणी गांव में एक गोशाला पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई।
स्थानीय प्राथमिक विद्यालय में पानी और मलबा भर गया।
सैंज बाजार रोड और एक अस्थायी दुकान को भी नुकसान हुआ है।
😢 रैला बिहाल में तीन लोगों की मौत की आशंका
सबसे गंभीर हादसा रैला बिहाल में हुआ, जहां बादल फटने से चार मकान क्षतिग्रस्त हो गए और तीन लोग बह गए। ये लोग बाढ़ के दौरान अपना सामान निकालने की कोशिश कर रहे थे। प्रशासन द्वारा राहत कार्य तेजी से जारी है।
🚨 एनडीआरएफ तैनात, यात्रा से परहेज की अपील
प्रशासन ने कहा है कि एनडीआरएफ की टीमें पहले से ही सक्रिय हैं और प्रभावित क्षेत्रों में तत्काल सहायता पहुंचाई जा रही है। लाहौल-स्पीति में भारी बारिश से काजा-सुमदो मार्ग कई स्थानों पर बाधित है। स्थानीय प्रशासन ने पर्यटकों और नागरिकों से अनावश्यक यात्रा न करने की अपील की है।
⚠️ पांच जिलों में येलो अलर्ट
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के लिए शिमला, चंबा, कांगड़ा, मंडी और सिरमौर जिलों में फ्लैश फ्लड का येलो अलर्ट जारी किया है। एक जुलाई तक राज्य के कई हिस्सों में भारी से अति भारी वर्षा की चेतावनी दी गई है।
🛑 जनता के लिए अलर्ट और सावधानी की अपील
मौसम विज्ञान केंद्र, शिमला ने चेताया है कि आने वाले दिनों में मानसून और सक्रिय होगा और इससे नदी-नालों का जलस्तर तेज़ी से बढ़ सकता है। लोगों से अनुरोध किया गया है कि वे नदी किनारे जाने से बचें, मौसम विभाग की चेतावनियों का पालन करें और सुरक्षित स्थानों पर रहें।