हॉस्टल खाली कराने के विरोध में छात्रों का फूटा गुस्सा, जमकर की नारेबाजी

एएमयू के हॉस्टल खाली कराने को लेकर गुरुवार देर रात छात्र विरोध में उतर आए। उन्होंने वीसी लॉज पहुंचकर घेराव कर लिया। इसको लेकर देर रात तक हंगामा चलता रहा। रात करीब एक बजे छात्र आश्वासन पर शांत हुए। एमयू इंतजामिया ने शुक्रवार को इस मसले पर उच्च अधिकारियों से वार्ता करने की बात कही है। एएमयू की कुलपति प्रो. नईमा खातून ने गर्मियों की छुट्टियों में एएमयू के विभिन्न हॉस्टल को खाली करने के निर्देश दिए थे। पिछले 7 दिन से वह हॉस्टल का निरीक्षण कर रही हैं, जबकि कुलसचिव और प्रॉक्टर ने एसएस नॉर्थ हाल के 30 कमरे सील कर दिए थे। इससे छात्र नाराज हो गए। इंतजामिया की इस पहल से छात्रों में आक्रोश पनप रहा था। इसी गुस्से के चलते गुरुवार देर शाम तमाम छात्र एकत्रित हुए और उन्होंने बैठक की। रात करीब 12 बजे छात्र वीसी लॉज पहुंच गए और उन्होंने घेराव कर लिया।  इस दौरान छात्रों ने नारेबाजी करते हुए जमकर हंगामा काटा। छात्रों को समझाने पहुंची अनुशासन समिति की टीम के साथ भी नोंकझोंक हुई। छात्रों का कहना था कि पीएचडी थीसिस जमा करने तक उन्हें हॉस्टल में रहने की इजाजत दी जाए। पीएचडी छात्र नागेंद्र सिंह ने बताया कि पांच साल पूरे हो गए हैं। अब मौखिक परीक्षा होनी है। उन्होंने मांग की है कि जब तक उनकी मौखिक परीक्षा नहीं हो जाती तब तक उनसे हॉस्टल खाली न कराया जाए। प्रॉक्टर प्रो. वसीम अली ने कहा कि छात्रों से ज्ञापन ले लिया गया है जो भी हो सकेगा नियमानुसार उनके साथ कार्रवाई करेंगे।