अमेठी सड़क हादसे में 1 नाबालिग की मौत 15 घायल, घायलों में 7 नाबालिग

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अमेठी: वाराणसी लखनऊ हाइवे पर आज भोर में सड़क हादसा हो गया।जिसमे एक बच्चे की मौत हो गई।वही इस हादसे में 15 अन्य लोग घायल हो गए। सभी लोग किसी समारोह से खाना बना कर एक ई रिक्शा से अपने घर आ रहे थे। तभी पीछे से आ रहे अज्ञात वाहन ने ई रिक्शा को टक्कर मार दिया। सूचना पर पहुंची डायल 112 घायलों को इलाज हेतु सामुदायिक स्वास्थ केंद्र जगदीशपुर ले गई। जहां चिकित्सकों प्राथमिक इलाज कर चार लोगों की हालत गंभीर देखते हुए जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया।

वाराणसी लखनऊ हाईवे पर आज सुबह 4:00 बजे सड़क हादसा हो गया बताया जा रहा है। सेमरौता गांव से ई-रिक्शा से लगभग 16 लोग किसी समारोह में भोजन बना कर वापस आ रहे थे। रास्ते में कमरौली थाना क्षेत्र के मगरौरा के पास पीछे से आ रहे अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दिया जिसमें रंजीत14 वर्ष की मौत हो गई। वही लगभग 15 लोग घायल हो गए। सूचना पर पहुंची डायल 112 पुलिस घायलों को उपचार हेतु सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जगदीशपुर ले गई जहां चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार कर 4 लोगों को जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया।अन्य लोगों को इलाज कर उन्हें घर भेज दिया।

घायलों में हारेंन्द कुमार,15वर्ष इंद्रेश कुमार 16,सत्यम पाल 14 स्याम जी 13, रंजीत मृतक 14, गायत्री पुत्री श्रीराम, सावित्री पुत्री श्रीराम,सिताऊ 55 अंतिमा पुत्री रामकुमार 15 कोमल पुत्री सहबू 15 दीपा पुत्री श्रीराम 12 सोनी दुबे 30 ठेकेदार दो अन्य साथी शामिल है। वही ज्ञान मती,रमेश,रामावती दीपा,को जिला चिकित्सालय रिफर किया गया है जहां उनका इलाज चल रहा है।

नाबालिक कर रहे मजदूरी

इस सड़क हादसे ने सिस्टम की कलई खोल कर रख दी है जहां किसी समारोह से खाना बना कर लौट रहे 16 मजदूरों में 8 नाबालिक बच्चे थे जिसमें एक नाबालिक बच्चे की मौत हो गई एक तरफ जहां नाबालिक द्वारा काम कराए जाने को लेकर अपराध की श्रेणी में रखा गया है वही ऐसे मामलों की रोकथाम के लिए तरह-तरह के जागरूकता कार्यक्रम और जांच और छापेमारी का दिखावा प्रशासन करता है लेकिन इसका जमीनी सता पर असर होता हुआ नहीं दिखाई दे रहा है जिसका सबसे बड़ा उदाहरण इस सड़क हादसे से निकल कर सामने आया है

ई रिक्शा पर 16 सवारी जिम्मेदारों पर सवाल

इस सड़क हादसे में ई रिक्शा पर 16 मजदूर सवार होकर अपने घर जा रहे थे जहां रास्ते में ट्रक द्वारा टक्कर मार दी जाती है वही डग्गामार टैक्सी इस तरह की रिक्शा गांव की गलियों से लेकर हाईवे तक फर्राटा मारते हैं जिससे कई बार दुर्घटनाएं सामने निकल कर आई है बड़े हादसे भी हुए हैं फिर भी यह सड़क हादसा एक बार फिर पूरे सिस्टम पर बड़ा सवाल उठा रहा है जहां यातायात जागरूकता मां का कार्यक्रम हो या अन्य कई जागरूकता कार्यक्रम के माध्यम से लोगों को जागरूक करने का दिखावा किया जाता है लेकिन उसका कोई असर फिलहाल अमेठी के किसी भी थाना क्षेत्र में नजर आता हुआ नहीं दिखाई दे रहा है इस तरह ओवरलोड ई-रिक्शा या डग्गामार टैक्सी हर हाईवे पर लोगों की जान से खिलवाड़ करते हुए फर्राटा मारते दिखाई दे जाएंगे

आरटीओ और पुलिस दोनों सुस्त

इस तरह के सड़क हादसे अमेठी में आए दिन देखने को मिलते हैं लेकिन आरटीओ और पुलिस प्रशासन दोनों कोई ठोस कार्यवाही या बड़ा अभियान ऐसे वाहनों के खिलाफ नहीं चलाती है जिससे ओवरलोड डग्गामारी से आम जनमानस को राहत मिल सके फिलहाल इस तरह की घटनाओं के बाद भी दोनों विभाग सुस्त ही नजर आता है।

थानाध्यक्ष कमरौली अविनेश कुमार ने बताया की घायलों को इलाज के लिए सीएचसी भेजवाया गया था।एक लड़के की दुर्घटना में मौत हो गई थी।पीएम वा अन्य कार्यवाही की जा रही है।