हिमाचल प्रदेश में आई बारिश के बावजूद, स्थानीय लोगों को एक बार फिर से कहर झेलना पड़ रहा है। प्रदेश में हुई 24 घंटों की बारिश के कारण 11 लोगों की मौके पर मौत हो गई, जिसमें दो बच्चे भी शामिल हैं। मंडी जिले में बादल फटने की घटनाओं की रिपोर्ट आई है। इस बारिश के कारण चंडीगढ़ से शिमला और चंडीगढ़ से मनाली के बीच 700 से ज्यादा सड़कें बंद हो गई हैं। सोलन जिले के शकाल गांव में कुछ मकानों को भी नुकसान पहुंचा है। शिमला-कालका नैशनल हाइवे 5 भी बंद हो गया है, जो कि शिमला से चंडीगढ़ को जोड़ता है। मंडी-पठानकोट रोड भी अवरुद्ध है। बीती रात बिलासपुर में 181 मिमी बारिश हुई और शिमला में 132 मिमी बारिश हुई है। मौसम विभाग ने शिमला सहित कई जिलों में बाढ़ की संभावना की भी चेतावनी दी है।
शिमला में मृतकों की संख्या 26 हो गई है, जबकि मंडी जिले में बारिश संबंधित घटनाओं में मौतों की संख्या बढ़कर 17 हो गई है। सोलन जिले में कुछ मकानों को भी नुकसान पहुंचा है। शाकल गांव में पानी घुसने से कुछ घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। भूस्खलन के बाद सबाथू इलाके में भी कुछ घरों और वाहनों के क्षतिग्रस्त होने की खबर है।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ने ब्यास नदी के पास स्थित स्टोन क्रशरों को तुरंत बंद करने का आदेश दिया है। उन्होंने बताया कि मानसून के दौरान पर्यावरण में हो रहे बदलाव के मद्देनजर यह कदम उठाया गया है। ब्यास नदी के पारिस्थितिकी में हो रहे परिवर्तनों के खतरे को देखते हुए उन्होंने इस निर्णय को लिया है।
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