महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में गुरुवार सुबह हुए भूस्खलन (Raigad Landslide) से कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई और 100 से अधिक लोगों के फंसे होने की आशंका है, जिससे लगभग 48 परिवार प्रभावित हुए हैं।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने दुखद घटना में जान गंवाने वाले प्रत्येक व्यक्ति के परिजनों के लिए 5 लाख रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की है। उन्होंने यह भी कहा कि घायलों के इलाज का खर्च महाराष्ट्र सरकार उठाएगी।
इसके अलावा, जिस पहाड़ पर भूस्खलन हुआ था, उसकी चोटी तक पहुंचने के लिए विशेषज्ञ ट्रैकरों को बुलाया गया है। भूस्खलन में लगभग 46 घर प्रभावित हुए और 20 से अधिक मिट्टी में डूब गए हैं।
ग्रामीणों ने कहा कि ज्यादातर लोगों की मौत इसलिए हुई क्योंकि जब भूस्खलन हुआ तो वे सो रहे थे और उन्हें खुद को बचाने का मौका नहीं मिला।
कुछ बच्चे बेहतर मोबाइल नेटवर्क के लिए गेम खेलने के लिए गांव से बाहर गए थे। वे सबसे पहले भूस्खलन को नोटिस करने वाले थे और कुछ ग्रामीणों को सचेत करने में कामयाब रहे (Raigad Landslide)।
एनडीआरएफ ने कहा कि दो टीमें मौके पर पहुंचीं और तलाश एवं बचाव अभियान चलाया। रायगढ़ में खालापुर तहसील के इरशालवाड़ी गांव में भूस्खलन हुआ, जिससे 48 परिवार प्रभावित हुए।
इस बीच, यूबीटी सेना विधायक आदित्य ठाकरे ने भी रायगढ़ में भूस्खलन पर प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा, “घटनास्थल पर स्थिति दिल दहला देने वाली है। हमने ग्रामीणों से बात करने की कोशिश की, लेकिन वहां तक पहुंचना मुश्किल है। बचाव अभियान जारी है। हम सटीक स्थान पर जाने की जिद करके राज्य मशीनरी पर अधिक दबाव नहीं डालना चाहते थे।”