भारत और चीन के बीच 14 अगस्त को 19वें दौर की कमांडर स्तर की बातचीत होने की योजना है। इस बातचीत में दोनों देशों के सैन्य अधिकारियों ने लद्दाख से लगी पूर्वी सीमा पर चले आ रहे गतिरोध को खत्म करने की दिशा में चर्चा करने का आश्वासन दिया है। इस बातचीत में चुशुल-मोल्डो क्षेत्र में भारतीय पक्ष का प्रतिनिधित्व होने की संभावना है। यह बातचीत भारत पूर्वी लद्दाख के रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण डेपसांग और डेमचोक क्षेत्र से सैनिकों के डिसएंगेजमेंट पर जोर देने के लिए भी हो सकती है।
इस बातचीत का समय चीन की सैन्य गतिविधियों के विस्तार के समय में आ रहा है, जब कि गर्मियों में चीन की इसके वास्तविक नियंत्रण रेखा पर सैन्य गतिविधियों में वृद्धि देखी जा रही है। इस बातचीत में चीनी सेना के प्रतिनिधियों के साथ भारतीय पक्ष का नेतृत्व फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल रशीम बाली करेंगे।
विदेश मंत्रालय और आईटीबीपी के अधिकारियों के भी बातचीत होले की संभावना है। दोनों पक्षों के डीबीओ और सीएनएन जंक्शन से जुड़े मुद्दों सहीत अन्य मामलों पर भी चर्चा हो सकती है। भारत के पूर्वी लद्दाख मोर्चे से सैनिकों की वापसी के लिए भी दबाव डाला जाएगा।
चार महीने बाद की बातचीत
यह 19वीं दौर की कमांडर स्तर की बातचीत चार महीने बाद हो रही है, जब दोनों देशों के बीच कोर कमांडर स्तर की बैठक आयोजित हुई थी। इससे पहले मई 2020 में, चीन द्वारा वास्तविक नियंत्रण रेखा पर यथास्थिति को आक्रामक तरीके से बदलने की कोशिश के बाद से ही, दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया था।
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