बता दें कि मनियर में सामूहिक विवाह योजना में धांधली की जांच 20 अधिकारियों की टीम कर रही है। जांच के बाद अफसरों की टीम के साथ पुलिस ने भी कार्रवाई शुरू कर दी। गुरुवार को कार्यालय खुलते ही विकास भवन में स्थित जिला समाज कल्याण विभाग दफ्तर में पुलिस की टीम पहुंच गई। टीम ने कार्यालय से कुछ कागजात कब्जे में लिए और चली गई। डीएम-एसपी की देखरेख में पुलिस ने दो एडीओ समाज कल्याण, एक पटल प्रभारी समेत कुल 15 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ के बाद गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया। अब तक की जांच में 240 फर्जी शादियां होने की बात सामने आई है हालांकि जांच अभी चल रही है।
इसके साथ ही बीते 25 जनवरी को मनियर इंटर कॉलेज परिसर में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन किया गया। इसके बाद शादी में फर्जीवाड़ा की बात सामने आने लगी और कई कन्याओं की ओर से घूंघट में खुद ही वरमाला डालने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने लगे। सोमवार को सीडीओ ने जांच के लिए ब्लॉकवार 20 अधिकारियों की टीम बनाकर जांच करानी शुरू कर दी। पहले दिन की जांच के आधार पर आठ लाभार्थियों व एक एडीओ समाज कल्याण पर मुकदमा दर्ज कराया गया।
इसके बाद से ही पुलिस भी सक्रिय हो गई। बुधवार की शाम को पुलिस ने समाज कल्याण विभाग के सामूहिक विवाह योजना के पटल प्रभारी को हिरासत में ले लिया। गुरुवार को पुलिस ने एकबार फिर दस्तक दी और योजना से संबंधित कई दस्तावेजों को कब्जे में लेकर चली गई। जिला समाज कल्याण अधिकारी दीपक श्रीवास्तव ने बताया कि पुलिस की ओर से की जा रही जांच के लिए जो भी दस्तावेज मांगे जा रहे हैं उपलब्ध कराया जा रहा है। पुलिस के दूसरे दिन पहुंचते ही समाज कल्याण के साथ ही अन्य विभागों के कर्मियों में बेचैनी रही। शाम को डीएम व एसपी ने पूरे मामले का खुलासा कर दिया। अब तक हुई जांच में तीन अधिकारी-कर्मचारी समेत 15 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया। हालांकि अभी विवेचना चल रही है।