अमेरिका ने 12 GBU-57 बंकर बस्टर बम फोर्दो में परमाणु केंद्र पर गिराए। इसे अब तक अभेद्य माना जाता था। दो बम नतांज साइट पर भी गिराए गए। यहां ईरान अपने यूरेनियम संवर्धन कार्यक्रम को चला रहा था।
अमेरिका के रक्षा विभाग यानी कि पेंटागन ने शनिवार को खुलासा किया कि अमेरिका ने ऑपरेशन मिडनाइट हैमर (Operation Midnight Hammer) के तहत केवल 25 मिनट में ईरान के तीन प्रमुख परमाणु ठिकानों फोर्दो, नतांज और इस्फहान पर सटीक और विनाशकारी हमले किए। पेंटागन के अनुसार, इस हमले में कुल सात बम गिराए गए। साथ ही उन्होंने यह भी दावा किया है कि आम नागरिक को इसमें नुकसान नहीं हुआ है। अमेरिकी रक्षा प्रमुख ने कहा कि उनका देश युद्ध नहीं चाहता और उसने ईरानी सैनिकों या लोगों को निशाना नहीं बनाया है।
अमेरिकी बी-2 स्टील्थ बॉम्बर्स को पहले पश्चिम दिशा में उड़ान भरते हुए दिखाया गया, ताकि ईरान को भ्रम हो कि कोई हमला नहीं हो रहा। फिर वे अचानक दिशा बदलकर इजरायल के वायु क्षेत्र के पास पहुंचे, जहां से उन्होंने हमला शुरू किया।
अमेरिका ने 12 GBU-57 बंकर बस्टर बम फोर्दो में परमाणु केंद्र पर गिराए। इसे अब तक अभेद्य माना जाता था। दो बम नतांज साइट पर भी गिराए गए। यहां ईरान अपने यूरेनियम संवर्धन कार्यक्रम को चला रहा था। 24 टॉमहॉक क्रूज़ मिसाइलें अमेरिका की पनडुब्बियों से छोड़ी गईं और नतांज व इस्फहान को निशाना बनाया।
केवल 25 मिनट में पूरा हुआ ऑपरेशन
यह पूरा मिशन महज 25 मिनट में निपटाया गया। पेंटागन ने इसे शानदार सैन्य सफलता बताया है। अमेरिकी रक्षा सचिव ने कहा कि यह हमला ईरान की परमाणु महत्वाकांक्षा को वर्षों पीछे ले जाएगा।
ईरान ने इस हमले को अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन करार दिया है और संयुक्त राष्ट्र में शिकायत दर्ज कराने की घोषणा की है। ईरानी विदेश मंत्रालय ने कहा, “तेहरान को आत्मरक्षा का अधिकार है और हम इसका जवाब देंगे।” संयुक्त राष्ट्र और यूरोपीय संघ ने क्षेत्रीय तनाव को गंभीर चिंता का विषय बताया है।
अमेरिकी रक्षा प्रमुख ने रविवार को कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा रात में किए गए हमलों ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम को तबाह कर दिया है और ईरानी नेताओं से आगे के हमलों से बचने के लिए शांति की तलाश करने का आग्रह किया। रक्षा सचिव पीट हेगसेथ ने पेंटागन प्रेस ब्रीफिंग में कहा, “हमने ईरानी परमाणु कार्यक्रम को तबाह कर दिया है।” हेगसेथ ने कहा, “ट्रम्प शांति चाहते हैं और ईरान को उस रास्ते पर चलना चाहिए।” उन्होंने कहा, “यह मिशन शासन परिवर्तन के बारे में नहीं था और न ही रहा है।”
उन्होंने कहा, “राष्ट्रपति ने ईरानी परमाणु कार्यक्रम और हमारे सैनिकों और हमारे सहयोगी इजरायल की सामूहिक आत्मरक्षा द्वारा हमारे राष्ट्रीय हितों के लिए उत्पन्न खतरों को बेअसर करने के लिए एक सटीक ऑपरेशन को अधिकृत किया।”