भारतीय संसद में होने वाले विशेष सत्र के प्रस्ताव के बाद, कांग्रेस पार्टी के प्रमुख नेता अधीर रंजन चौधरी ने चिंता जताई है कि सरकार इस सत्र में कुछ अतिरिक्त मुद्दों को जोड़ सकती है।
सर्वदलीय बैठक के बाद अधीर रंजन ने कहा, “जो कुछ भी मीटिंग में बताया गया है उसके अनुसार तो ऐसा लगता है कि सामान्य सत्र की तरह ही ये सत्र भी हो सकता है। हमारी तरफ से मुद्दे भी गिनाए गए हैं ताकि उन पर चर्चा हो। हमने महिला आरक्षण बिल को पेश करने की भी मांग की है। कोई सरप्राइज आइटम है या नहीं, ये पता नहीं, लेकिन सरकार का पता नहीं कि वह कुछ और जोड़ दे.”
रविवार को संसद की लाइब्रेरी में हुई सर्वदलीय बैठक में कई महत्वपूर्ण नेताओं ने भाग लिया। इस बैठक में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला, MDMK नेता वाइको, AIADMK नेता तिरुचि एन शिवा, और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) नेता वी शिवदासन भी मौजूद रहे।
संसद के नए भवन में स्थानांतरण के साथ ही, उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने भी एक दिन पहले राष्ट्रीय ध्वज का फहराया। संसदीय कार्यवाही 19 सितंबर से नए भवन में आयोजित की जाएगी।
केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने सर्वदलीय बैठक के लिए नेताओं को निमंत्रण भेजा है, जिससे विशेष सत्र की चर्चा की जा सके। यह सत्र पांच दिन के लिए होगा और महत्वपूर्ण राजनीतिक मुद्दों पर चर्चा का मंच प्रदान करेगा।
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