उत्तरी अफ्रीकी देश में ट्यूनीशिया के केर्केना द्वीप पर एक प्रवासी जहाज डूब गया है। इस हादसे में 4 प्रवासियों की मौके पर मौत हो गई है और 51 यात्री लापता हो गए हैं। जानकारी के अनुसार सभी प्रवासी उत्तरी अफ्रीका से थे और यह एक दूसरे समुद्री दुर्घटना का हिस्सा है जो इस साल में घटी है।
इस संदर्भ में ट्यूनीशिया के गृहमंत्री ने बताया कि ट्यूनीशियाई तटरक्षकों ने 1 जनवरी से 20 जुलाई तक अपने तट से डूबे हुए प्रवासियों के 901 शव बरामद किए हैं, जो इस समस्या की गंभीरता को दर्शाते हैं। ट्यूनीशिया और यूरोपीय संघ (ईयू) ने हाल ही में एक सहमति पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसमें उन्होंने समुद्री पलायन को कम करने और सीमाओं को सख्त करने के लिए साझेदारी किया है।
उत्तरी अफ्रीकी से यूरोप की ओर पलायन होने के कारण
उत्तरी अफ्रीकी देशों से यूरोप की ओर पलायन क्यों हो रहा है, इसका मुख्य कारण यह है कि यूरोप में बेहतर जीवन और रोजगार की आशा होती है, जो अफ्रीकी देशों में कम होती है। यह लोग नावों के सहारे यात्रा करते हैं, लेकिन इससे समुद्री दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं। ट्यूनीशिया, लीबिया और अन्य उत्तरी अफ्रीकी देशों से लोग यूरोप की ओर जा रहे हैं और इससे नौकाओं के डूबने की घटनाएं बढ़ रही हैं।
23 मार्च को भी नौकाएं डूबी थीं
पहले भी इस साल में 23 मार्च को भी ट्यूनीशिया के तटों के पास कई अफ्रीकी प्रवासी नौकाएं डूबी थीं और कम से कम पांच लोगों की मौके पर मौत हो गई थी। संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के अनुसार, इस साल ट्यूनीशिया से इटली पहुंचे प्रवासी लगभग 12,000 हैं, जो पिछले साल की तुलना में बहुत अधिक हैं।
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