अफगानिस्तान के हेरात प्रांत में बीते दिन आए भूकंप की वजह से मरने वालों की संख्या 2000 से बढ़कर 4000 हो गई. भूकंप से प्रभावित होने वाले अफगानिस्तान के संयुक्त राष्ट्र के मानवीय मामलों के दफ्तर से एक अपडेट में कहा गया है कि अब तक 465 घरों के तबाह होने की सूचना है और 135 क्षतिग्रस्त हो गए हैं.
संयुक्त राष्ट्र के दफ्तर ने बताया कि ध्वस्त इमारतों के नीचे कुछ लोगों के फंसे होने की खबरों के बीच खोज और बचाव प्रयास जारी हैं, जिससे हताहतों की संख्या और भी बढ़ सकती है. यह घटना अफगानिस्तान के विभिन्न हिस्सों में हुई थी और लोगों के जीवन और संपत्ति को बचाव के लिए राहत कार्य की जा रही है।
Once again, children and families in Afghanistan have been affected by a devastating earthquake, this time in western Herat province.@UNICEFAfg is on the ground with our UN colleagues to assess the full impact. Our heartfelt condolences go out to all families affected. pic.twitter.com/BczC42jLnI
— UNICEF Afghanistan (@UNICEFAfg) October 7, 2023
तालिबानी सरकार ने मरने वालें के पर जताया शोक
अफगानिस्तान में हुए हादसे के बाद, तालिबानी सरकार के वित्त मामलों के उप-प्रधानमंत्री अब्दुल गनी बरादर ने घायल और मरने वालों के परिजनों को लेकर गहरा शोक और संवेदना जाहिर की है। उन्होंने लोगों के परिवारों के साथ समर्थन दिखाने का संकेत दिया है।
तालिबान ने दबे लोगों को बचाने का आग्रह किया
तालिबान ने हेरात के भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में स्थानीय संगठनों से जल्द से जल्द मिलकर घायलों को अस्पताल पहुंचाने की गुजारिश की है और उन लोगों के लिए जगह मुहैया कराने की मांग की है जिनके घर भूकंप की वजह से बर्बाद हो गए हैं। तालिबान ने सुरक्षा एजेंसियों से भी दबे लोगों को बचाने में मदद करने का आग्रह किया है।
इस आपदा के बाद, अब्दुल गनी बरादर ने अपनी सरकार के प्रति और लोगों के लिए और भी अधिक सहयोग और राहत कार्यों की आवश्यकता को स्पष्ट किया है, ताकि घायलों और प्रभावित लोगों को उचित मदद पहुंच सके।
ये भी पढें: सैन फ्रांसिस्को में चीनी वाणिज्य दूतावास पर हुआ अटैक