मधुमेह को लेकर किए गए एक शोध के अनुसार वर्तमान में दुनिया भर में 50 करोड़ लोग मधुमेह से पीड़ित हैं और आगामी 30 साल में यह संख्या 1.3 अरब तक पहुंच सकती है। यह अध्ययन मधुमेह की गंभीरता को बताता है और इसे सभी स्वास्थ्य प्रणालियों के लिए चुनौतीपूर्ण बनाता है।
विश्लेषण के अनुसार, लगभग सभी मधुमेह के मामले का 96% “टाइप 2” मधुमेह (टी2डी) होता है। इस अध्ययन में 1990 और 2021 के बीच 204 देशों में उम्र और लिंग के आधार पर मधुमेह के प्रसार, रोगियों की संख्या और मृत्यु का अध्ययन किया गया है, और 2050 तक मधुमेह की स्थिति का अनुमान लगाया गया है। इस अध्ययन के आधार पर, वर्तमान में मधुमेह की वैश्विक प्रसार दर 6.1% है, जो इसे मृत्यु और निशक्तता के 10 प्रमुख कारणों में से एक बनाती है।
अध्ययन के अनुसार, क्षेत्रीय स्तर पर उत्तर अमेरिका और पश्चिमी एशिया में मधुमेह के प्रसार दर सबसे अधिक, यानी 9.3% है। यह दर 2050 तक 16.8% तक बढ़ सकती है। लैटिन अमेरिका और कैरेबियन देशों में भी मधुमेह के प्रसार दर 11.3% है। विश्लेषण ने यह भी खोजा है कि मधुमेह के लक्षण विशेष रूप से 65 साल से अधिक उम्र के लोगों में पाए जाते हैं और वैश्विक प्रसार दर का आकलन 20% से अधिक है।
इस अध्ययन से हमें यह ज्ञात होता है कि मधुमेह एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है और आने वाले वर्षों में इसकी संख्या में वृद्धि होने की संभावना है। इसे नियंत्रित करने और इससे बचने के लिए जनसामान्य को जागरूक करना और स्वस्थ जीवनशैली के अनुरूप नियमित चिकित्सा जांच कराना महत्वपूर्ण है।
ये भी पढ़ें मैनपुर में एक सख्स ने अपने 5 परिजनों को मौत के घाट उतारा