चुनाव आयुक्त की नियुक्ति को लेकर आज फैसला हो गया है। पीएम नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आज 7 लोक कल्याण मार्ग में बैठक हुई जिसमें दोनों नामों पर सहमति बन गई है। बैठक में लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने भी हिस्सा लिया।
बैठक के बाद अधीर रंजन चौधरी ने कहा, “इस समिति में सरकार के पास बहुमत है, जिसमें दो नामों पर मुहर लगी है। एक ज्ञानेश कुमार केरल से और एक सुखविंदर संधू (पंजाब) को चुनाव आयुक्त के रूप में चुना गया है। बता दें कि चुनाव आयुक्त अरुण गोयल ने हाल ही में अपने पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद से ये पद खाली है।
पंजाब के सुखविंदर संधू उत्तराखंड के चीफ सेक्रेटरी और NHAI के चेयरमैन रह चुके हैं। वहीं, ज्ञानेश कुमार 1988 बैच के केरल कैडर के IAS अफसर हैं और गृह मंत्रालय में तैनात रह चुके हैं। धारा 370 पर फैसले के वक्त गृह मंत्रालय में तैनात थे। सहकारिता मंत्रालय में सचिव पद से रिटायर हुए हैं। हालांकि, अभी आधिकारिक तौर पर चुनाव आयुक्त की नियुक्तियों का आधिकारिक ऐलान नहीं किया गया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु की मंजूरी के बाद इनकी नियुक्ति की जाएगी।
नियम के मुताबिक चुनाव आयोग में एक मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) के अलावा दो चुनाव आयुक्त होते हैं। एक चुनाव आयुक्त अनूप चंद्र पांडे फरवरी में रिटायर हो गए थे। दूसरे अरुण गोयल ने 8 मार्च की सुबह अचानक इस्तीफा दे दिया, जिसे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने 9 मार्च को स्वीकार कर लिया। तीन सदस्यीय चुनाव आयोग में CEC राजीव कुमार ही अकेले बचे थे।