हरियाणा में 31 जुलाई को नूंह से शुरू हुई हिंसा के चलते 7 लोगों की मौत हो गई है और 2 होमगार्ड भी इस हिंसा में जान गंवा चुके हैं। सरकार और प्रशासन ने तत्काल कार्रवाई की है और अब तक 165 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया गया है। इसके अलावा, विभिन्न इलाकों में दंगाइयों ने सड़कों पर उतरकर दुकानों को आग लगाई और भविष्य के लिए खतरा बनाया था।
80 से अधिक FIR दर्ज
सरकार ने जल्दी से हालात को नियंत्रित करने के लिए एक्शन लिया है, जिसमें अभी तक 80 से अधिक FIR दर्ज किए गए हैं। स्थानीय पुलिस सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है और दंगाइयों की पहचान की जा रही है। हालात को देखते हुए, हरियाणा सरकार ने नूंह, फरीदाबाद, पलवल और गुरुग्राम के कुछ क्षेत्रों में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं अस्थायी रूप से बंद कर दी हैं। यह उपाय हालात को सामान्य करने और शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए किया गया है। दंगाइयों ने साइबर थाने से रिकॉर्ड नष्ट कर दिए हैं और अपने साथ लैपटॉप और रिकॉर्ड लेकर भाग गए थे। इससे जांच प्रक्रिया को भी प्रभावित किया जा सकता है।
यह हिंसा नूंह में धार्मिक विवाद से शुरू हुई थी, जिसमें दंगाइयों ने मंदिर को हमला किया था। दंगाइयों के नामों की जांच प्रक्रिया भी जारी है और पुलिस ने खुलासा किया है कि वे अपने आपस में अल्लाह-हु-अकबर बोलते हुए मंदिर की तरफ बढ़ रहे थे और वहां पत्थरबाजी भी कर रहे थे।
सरकार और पुलिस द्वारा बदलते हालात के चलते एक्शन लिया जा रहा है और आपसी बैठकों के माध्यम से शांति व्यवस्था को सुनिश्चित करने का प्रयास किया जा रहा है।
ये भी पढें: दिल्ली अध्यादेश बिल LS में पास होने पर CM केजरीवाल की पहली प्रतिक्रिया- ‘मोदी जी ने 2014 में…’