दुनियाभर के 77 नोबेल विजेताओं ने सोमवार को अमेरिकी सीनेट को चिट्ठी लिखकर रॉबर्ट एफ. कैनेडी जूनियर (आरएफके जू.) की स्वास्थ्य मंत्री के तौर पर नियुक्ति का विरोध किया। गौरतलब है कि नवनिर्वाचित राष्ट्रपति ट्रंप ने चुनाव जीतने के कुछ घंटों बाद ही जिन नेताओं को मंत्री बनाने का एलान किया था, उनमें आरएफके जू. का नाम सबसे ऊपर था। नोबेल विजेताओं ने अपनी चिट्ठी में कहा, “कैनेडी जू. के रिकॉर्ड को देखते हुए उन्हें स्वास्थ्य मंत्री बनाने से जनता के लिए मुहैया होने वाली स्वास्थ्य व्यवस्था पर असर पड़ सकता है।” इस चिट्ठी में आरएफके जू. के अनुभव और विश्वसनीयता की कमी का मुद्दा उठाया गया है। पत्र में हस्ताक्षर करने वालों में चिकित्सा, रसायन, भौतिकी और अर्थशास्त्र के क्षेत्र में नोबेल पाने वालों के नाम शामिल हैं। जिन लोगों ने कैनेडी जूनियर के खिलाफ पत्र में हस्ताक्षर किए हैं, उनमें ड्रयू वीजमैन का नाम भी शामिल है, जिन्होंने 2023 में कोविड के खिलाफ लड़ाई के लिए एमआरएनए टीका तैयार करने में मदद की थी। उन्हें इसके लिए चिकित्सा का नोबेल मिला था।
ट्रंप की पसंद हैं रॉबर्ट एफ. कैनेडी जूनियर
गौरतलब है कि रॉबर्ट एफ. कैनेडी जूनियर अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जॉन एफ. कैनेडी जू. के भतीजे हैं। इस साल हुए अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में उन्होंने भी निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर दावेदारी पेश की थी। हालांकि, बाद में उन्होंने अपना नाम वापस लेते हुए ट्रंप को समर्थन दे दिया था। इसके बदले चुनाव जीतने के बाद ट्रंप ने उन्हें अपना स्वास्थ्य मंत्री बनाने का एलान किया। हालांकि, इस पद पर नियुक्ति के लिए उन्हें अभी अमेरिकी संसद के उच्च सदन- सीनेट की मंजूरी लेनी होगी।
पेशे से एक वकील और पर्यावरण मामलों के कार्यकर्ता आरएफके का जन्म 1954 में हुआ था। वह अमेरिका अटॉर्नी जनरल और सीनेटर रॉबर्ट एफ. कैनेडी के बेटे हैं। उनके चाचा जॉन एफ. कैनेडी अमेरिका के राष्ट्रपति भी रहे हैं। कैनेडी ने अपना ग्रैजुएशन आर्ट्स में हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से 1976 में पूरा कर लिया। इसके बाद उन्होंने 1981 में वर्जीनिया स्कूल ऑफ लॉ से ज्यूरिस डॉक्टर डिग्री हासिल की। उनकी कानून की पढ़ाई लंदन स्कूल ऑफ इकनॉमिक्स में भी चली और बाद में 1987 में उन्होंने पेस यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ लॉ से मास्टर्स डिग्री हासिल की।