मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा किये गए ट्वीट के माध्यम से यह जानकारी साझा की गई है कि किसानों के लिए धान की बुआई के दौरान 8 घंटे निर्विघ्न बिजली की आपूर्ति की जाएगी। इस वर्ष की तरह पिछले साल भी मुख्यमंत्री ने चरणबद्ध तरीके से धान की कटाई करने का निर्णय लिया था। इस निर्णय के अनुसार, 7 जिलों में किसान धान लगा सकेंगे, जो हैं: फिरोजपुर, फरीदकोट, गुरदासपुर, पठानकोट, तरनतारन, श्री फतेहगढ़ साहिब, और शहीद भगत सिंह नगर।
पंजाब सरकार ने धान की बुआई के लिए जिलेवार तिथियों की घोषणा की है और बिजली संकट के समय किसानों को पर्याप्त बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए उचित उपाय अपनाये हैं। पिछले वर्ष की तरह, इस वर्ष भी उम्मीद है कि धान के सीजन में इससे संबंधित कोई समस्या नहीं होगी।
पंजाब सरकार ने इस बार धान की खेती के लिए विभिन्न क्षेत्रों में बिजली की आपूर्ति का वितरण करने के लिए पहल की है। इसका मतलब है कि इस बार पंजाब में 14 लाख ट्यूबवेल चलाए जाएंगे, जिससे अतिरिक्त बिजली की आवश्यकता पूरी होगी। यह सुनिश्चित करने के लिए है कि किसानों को धान की बुआई के दौरान पर्याप्त बिजली मिले।
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