ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने G-20 शिखर सम्मेलन के दौरान खालिस्तानी उग्रवाद का किया खंडन

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जी20 शिखर सम्मेलन के लिए नई दिल्ली पहुंचे ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने शुक्रवार को खालिस्तानी उग्रवाद के खिलाफ सख्त रवैया अख्तियार करते हुए कहा कि उन्हें किसी भी तरह का चरमपंथ मंजूर नहीं है और वे इसे जड़ से खत्म कर देंगे।

खालिस्तानी उग्रवाद के खिलाफ भारत-ब्रिटेन सहमत:

ऋषि सुनक ने यूनाइटेड किंगडम के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने खालिस्तानी उग्रवाद के मुद्दे पर साफ रवैया अख्तियार किया और बताया कि उनकी सरकार किसी भी प्रकार के चरमपंथ या हिंसा को स्वीकार नहीं करेगी। उन्होंने यूके में किसी भी प्रकार के उग्रवाद या हिंसा को स्वीकार्य नहीं बताया और इसे जड़ से खत्म करने का आलंब किया।

ऋषि सुनक ने कहा, “हम विशेष रूप से ‘पीकेई’ खालिस्तान समर्थक चरमपंथ से निपटने के लिए भारत सरकार के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। मुझे नहीं लगता कि चरमपंथ सही है।”

भारत में जी20 के आयोजन को ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने किया सफलता का दावा:

ऋषि सुनक ने जी20 के आयोजन को भारत के लिए एक बड़ी सफलता करार दिया और कहा, “भारत इसकी मेजबानी के लिए सही समय पर सही देश है। हमारे पास कुछ दिनों तक विचार-विमर्श और निर्णय लेने का बहुत अच्छा समय होगा।”

इस मौके पर द्विपक्षीय वार्ता के तहत, भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) वार्ता पर चर्चा की जाने की संभावना है, जो कि दोनों देशों के बीच एक महत्वपूर्ण समझौता हो सकता है।

ब्रिटेन-भारत सहयोग के बारे में ब्रिटेनी बागवेल ने कहा:

ब्रिटेनी बागवेल, ब्रिटेन के भारतीय उप-मुख्यदूत ने कहा, “प्रधानमंत्री सुनक के दौरे का उद्देश्य भारत-ब्रिटेन सहयोग को बढ़ावा देना है। हम व्यापार, सांस्कृतिक आदान-प्रदान, और अन्य क्षेत्रों में और भी मजबूत रिश्तों की ओर बढ़ रहे हैं।”

इस ब्रिटिश प्रधानमंत्री के दौरे से भारत और ब्रिटेन के बीच सहयोग और द्विपक्षीय संबंधों में नए मोड़ की शुरुआत हुई है, जिसका उद्देश्य दोनों देशों के बीच साथ में काम करते हुए व्यापारिक और सांस्कृतिक समृद्धि को बढ़ावा देना है।

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