अमित शाह के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस खारिज

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ कांग्रेस द्वारा लाए गए विशेषाधिकार हनन के प्रस्ताव को राज्यसभा सभापति जगदीप धनखड़ ने खारिज कर दिया। कांग्रेस ने अमित शाह द्वारा सोनिया गांधी को लेकर की गई टिप्पणी के खिलाफ यह नोटिस दिया था। दरअसल मंगलवार को आपदा प्रबंधन विधेयक 2024 पर बहस के जवाब के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि कांग्रेस के शासनकाल में पीएम राहत कोष बनाया गया था और इस सरकार के कार्यकाल के दौरान, पीएम केयर फंड शुरू किया गया। कांग्रेस के शासनकाल में इस फंड पर सिर्फ एक परिवार का नियंत्रण था। विशेषाधिकार हनन का नोटिस राज्य सभा के प्रक्रिया एवं कार्य संचालन के नियम 188 के तहत दिया गया है। नोटिस में कहा गया है कि चर्चा के दौरान भले ही गृह मंत्री ने सोनिया गांधी का नाम नहीं लिया, लेकिन उन्होंने सोनिया गांधी का उल्लेख किया और प्रधानमंत्री राहत कोष (एनपीएमआरएफ) के कामकाज को लेकर आरोप लगाया। कांग्रेस ने गृह मंत्री पर सोनिया गांधी की प्रतिष्ठा को धूमिल करने का आरोप लगाया।

गौशाला बनाम इत्र पार्क पर राजनीति तेज

समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव के बयान पर भाजपा सांसद दिनेश शर्मा ने कहा, ‘इत्र पार्क बनाने के साथ-साथ इत्र का घोटाला भी हो चुका है। गौशाला में आप दुर्गंध और सुगंध क्यों तलाश रहे हो। गौशाला में सनातन की आस्था को तलाशो। ये गौमाता है और मां पर टिप्पणी नहीं की जाती।’ गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि, ये (भाजपा) दुर्गंध पसंद करते हैं इसलिए गौशाला बना रहे हैं, हम सुगंध पसंद कर रहे थे इसलिए इत्र पार्क बना रहे थे। सरकार सांड पकड़ रही है या नहीं? उसका भी पैसा खा जा रहे हैं।’

सड़कों पर नमाज वाली प्रथा किसने शुरू की?

भाजपा सांसद रवि किशन ने संभल SDM के बयान पर कहा, ‘जनमानस को तकलीफ न देते हुए, अपने त्योहारों को मनाएं। जितने भी आलिम और मौलाना हैं, वे सभी कहते हैं कि नमाज़ मस्जिद में कबूल होती है। सड़को वाली प्रथा किसने शुरू की है?’