संसद में बोले अधीर रंजन, पीएम मोदी चांद और चिता पर बात करते है लेकिन मणिपुर पर क्यों नहीं

कांग्रेस के सांसद अधीर रंजन चौधरी ने अविश्वास प्रस्ताव की बहस के दौरान भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, “जब धृतराष्ट्र अंधे थे, तब द्रौपदी का वस्त्र हरण हुआ था, आज भी राजा अंधे बैठे हैं. मणिपुर और हस्तिनापुर में कोई फर्क नहीं है।” इस बयान के परिणामस्वरूप हंगामा शुरू हो गया है, जिसमें भाजपा और विपक्षी दलों के बीच उत्तराधिकारी विवाद उत्पन्न हुआ है।

 

अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि वे सिर्फ इस बात की मांग कर रहे थे कि प्रधानमंत्री मोदी संसद में आकर मणिपुर मुद्दे पर बोलें। उन्होंने यह भी दावा किया कि उन्होंने किसी भी बीजेपी सदस्य को संसद में आने की मांग नहीं की, बल्कि सिर्फ प्रधानमंत्री मोदी को आने की मांग की। उन्होंने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव की ताकत आज प्रधानमंत्री को संसद में ले आई है और इसका प्रभाव देश के कल्याण पर पड़ेगा।

भाजपा नेताओं ने उनसे माफी की मांग की और संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा, “प्रधानमंत्री एक उच्च अधिकारी हैं। इसे समाप्त किया जाना चाहिए और उन्हें माफी मांगनी चाहिए।” इसके साथ ही उन्होंने यह भी दावा किया कि विपक्ष का ध्यान लोगों के कल्याण पर अधिक है और वे केवल प्रधानमंत्री मोदी के प्रति सत्तारूढ़ आकर्षण की बजाय उनके कार्यों को महत्व देते हैं।

ये भी पढें: पुलिस ने मेवात हिंसा के दो आरोपियों का किया एनकाउंटर, एक आरोपी के पैर में लगी गोली