नयी दिल्ली, 23 फरवरी (वार्ता): कोरियाई सांस्कृतिक केंद्र भारत और कोरिया के राजनयिक संबंधों के 50 वर्ष पूरे होने पर भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) और कोरिया राष्ट्रीय खेल विश्वविद्यालय के साथ मिलकर अखिल भारतीय अंतर साई ताइक्वांडो चैंपियनशिप की सह-मेजबानी करेगा जिसकी शुरुआत शुक्रवार को होगी।
दोनों देशों के बीच खेल विनिमय कार्यक्रम के रूप में होने वाला यह तीन दिवसीय आयोजन इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम के केडी जाधव हॉल में होगा।
खेल मंत्रालय ने एक विज्ञप्ति जारी कर कहा कि इस चैंपियनशिप की योजना “कोरिया और भारत के बीच राजनयिक संबंधों के 50वें वर्ष को मनाने” और“ताइक्वांडो को पुनर्जीवित करने” के लिये बनाई गई है। मंत्रालय ने कहा कि यह खेल दोनों देशों के बीच एक प्रमुख खेल आयोजन के रूप में भविष्य की नींव रखता है।
चैंपियनशिप के उद्घाटन समारोह में केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर, भारत में कोरियाई राजदूत चांग जे बोक, उप मंत्री एवं कोरियाई विदेश मंत्रालय के सार्वजनिक कूटनीति के राजदूत ली सांग हवा और कोरिया राष्ट्रीय खेल विश्वविद्यालय के चांसलर अहं योंग क्यू बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे।
तीन दिवसीय ताइक्वांडो चैंपियनशिप प्रतियोगिता ‘पूमसे’ और ‘क्योरुगी’ सहित दो भागों में होगी। क्योरुगी डिवीजन को विश्व ताइक्वांडो महासंघ के प्रतियोगिता नियमों (खिलाड़ियों की उम्र, वजन) के अनुसार विभाजित किया गया है जबकि पूमसे डिवीजन को केवल पुरुषों और महिलाओं के आधार पर विभाजित किया जायेगा।
भारतीय खेल प्राधिकरण के 79 क्षेत्रीय केंद्रों और क्षेत्रीय प्रशिक्षण केंद्रों में पंजीकृत केवल विशिष्ट ताइक्वांडो खिलाड़ी ही क्योरुगी श्रेणी में भाग लेंगे। पूमसे श्रेणी आम जनता के लिये खुली रहेगी। कोई भी कुक्कीवोन-प्रमाणित ताइक्वांडो डैन प्रमाणपत्र के साथ भाग ले सकता है।
मंत्रालय के अनुसार, 10 क्योरूगी और दो पूमसे विजेता कोरियाई सरकार के समर्थन से कोरिया राष्ट्रीय खेल विश्वविद्यालय का दौरा करेंगे और पुरस्कार के रूप में तीन सप्ताह के लिये सर्वश्रेष्ठ प्रोफेसरों के अधीन प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे।
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