केंद्र सरकार ने मूडीज के आधार रेटिंग एजेंसी के दावों का तीव्र प्रतिक्रिया दिया है, जिसमें उन्होंने आधार कार्ड को दुनिया की सबसे भरोसेमंद डिजिटल आईडेंटिटी मानकर आधारित किया है। UIDAI (आधार प्राधिकरण) ने मूडीज के दावों को पूरी तरह से खारिज किया है, और उन्होंने आधार कार्ड की महत्वपूर्ण भूमिका को पुनर्बाधित किया है। मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस एक अमेरिकी कंपनी है जो दुनियाभर के देशों की आर्थिक ग्रोथ को रेट करती है, और उन्होंने आधार कार्ड के सुरक्षा और गोपनीयता के संदर्भ में चिंता व्यक्त की थी।
निजता और सुरक्षा के मुद्दों पर मूडीज की रिपोर्ट का जवाब आया है। मूडीज ने अपनी रिपोर्ट में आधार की बड़ी प्रशंसा की है, लेकिन उनके निजता और सुरक्षा से जुड़े कुछ सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि आधार कार्ड प्रणाली में कुछ चुनौतियां हैं, जैसे कि बायोमेट्रिक डेटा के साथ भरोसा करना और ऑथोराइजेशन स्थापित करना। सरकार ने इसके खिलाफ तीव्र प्रतिक्रिया दी है और सोमवार को बयान जारी किया है.
सरकार का जवाब
सरकार ने मूडीज की रिपोर्ट का जवाब देते हुए कहा है कि उसमें किए गए दावे आधारहीन हैं। सरकार ने इस रिपोर्ट की मूल स्रोतों की प्राथमिकता या द्वितीय स्रोतों की प्राथमिकता के बारे में कोई जानकारी प्रदान नहीं की है, और न कोई गहरा अनुसंधान का उल्लेख है। इसके अलावा, सरकार ने गर्म और नमी वाले दावों का उल्लंघन करते हुए कहा है कि आधार कार्ड का उपयोग चेहरे और आईरिस स्कैनिंग के माध्यम से भी किया जा सकता है। सरकार का कहना है कि यह तकनीक भी उपलब्ध है और गर्मी और नमी की समस्याओं का समाधान कर सकती है। सरकार ने श्रमिकों के लिए आधार कार्ड के उपयोग के साथ उनके खाते में सीधे भुगतान की प्रक्रिया को भी बताया है और कहा है कि ऐसे मामलों में बायोमेट्रिक की जरुरत नहीं होती। इसके साथ ही, सरकार ने सुरक्षा को लेकर आधार के डेटाबेस में कोई भेद नहीं पाया है.
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